IPL 2022: आईपीएल से पहले ऋषभ पंत दिवंगत पिता और कोच को याद कर हुए भावुक

ऋषभ पंत 26 मार्च से शुरू होने जा रहे आईपीएल (IPL) 2022 से पहले अपने दिवंगत पिता और कोच को याद करते हुए थोड़ा भावुक हो गए।

Advertisement

Rishabh Pant with his father and coach (Image Source: Instagram)

भारतीय युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत वर्तमान में दुनिया के बेहतरीन युवा खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कई मैच विजेता परियां खेलने के अलावा, बतौर कप्तान और बल्लेबाज इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दिल्ली कैपिटल्स (DC) के लिए भी शानदार प्रदर्शन दिया है।

Advertisement
Advertisement

पिछले कुछ समय में ऋषभ पंत की विकेटकीपिंग में भी काफी सुधार देखा गया, और बल्लेबाज के रूप में तो वह पहले ही धाकड़ बल्लेबाज हैं। अब युवा विकेटकीपर ने आईपीएल (IPL) में अपनी कप्तानी भी साबित कर चुके है, और अपनी इस सफलता का श्रेय उन्होंने अपने दिवंगत पिता और कोच तारक सिन्हा को दिया है।

दरअसल, ऋषभ पंत 26 मार्च से शुरू होने जा रहे आईपीएल (IPL) 2022 से पहले अपने दिवंगत पिता और कोच को याद करते हुए थोड़ा भावुक हो गए। आपको बता दें, तारक सिन्हा का पिछले साल नवंबर में निधन हो गया था जब ऋषभ पंत संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, जबकि उनके पिता का निधन साल 2017 में हुआ था जब वह आईपीएल (IPL) 2017 में खेल रहे थे।

ऋषभ पंत पिता और कोच को याद कर हुए भावुक

ऋषभ पंत ने टाइम्स ऑफ इंडिया (TOI) के हवाले से कहा: “मैं वापस आकर उनसे (कोच तारक सिन्हा) मिलना चाहता था। मुझे अपने पिता की बहुत याद आती है। जब मेरे पिता मुझे छोड़कर गए थे तब मैं क्रिकेट खेल रहा था। तारक सर मेरे दूसरे पिता की तरह थे। जब उन्होंने हमें छोड़ा तब भी मैं क्रिकेट खेलने में व्यस्त था। मैं आज जहां भी खड़ा हूं सिर्फ मेरे पिता और कोच की बदौलत हूं। मैंने उन्हें (तारक सर को) हर संभव मदद देने की पूरी कोशिश की। उन्होंने मुझसे कहा, “जिंदगी में चाहे कुछ भी हो जाए, आपको क्रिकेट खेलते रहना है। आपको अपने परिवार की देखभाल करने की जरुरत है।” और मैंने यही करने की कोशिश की है।”

क्रिकेटर ने आगे कहा उनके पिता और कोच की जगह उनके जीवन में कोई भी नहीं ले सकता। ऋषभ पंत ने अंत में कहा: “मेरे पिता और तारक सर के जाने के बाद मेरे जीवन में जो कमी आई है, उसे कोई भी नहीं भर सकता। लेकिन आपको अपने पास लोगों की जरूरत होती है। मैं कई बार अपनी मां से अपनी समस्याएं साझा करता हूं। मेरे बहुत ज्यादा दोस्त नहीं है। मेरे जीवन में दोस्तों और परिवार का अपना अलग-अलग स्थान है।”

Advertisement