IPL के पहले ही मैच में ऐतिहासिक पारी खेलने वाले ब्रैंडन मैकुलम ने कुछ इस तरह से अपनी यादों को किया ताजा

15 साल पहले ब्रैंडन मैकुलम ने KKR की तरफ से खेलते हुए 158 रनों की धुआंधार पारी खेली थी।

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Brendon McCullum. (Photo Source: Twitter)

न्यूजीलैंड टीम के पूर्व कप्तान और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के पहले संस्करण में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल चुके ताबड़तोड़ बल्लेबाज ब्रेंडन मैक्कलम ने आईपीएल इतिहास के पहले मुकाबले को याद किया। बता दें ब्रेंडन मैक्कलम ने 2008 में IPL के पहले ही मैच में कमाल कर दिया था। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के लिए खेलते हुए उन्होंने केवल 73 गेंदों में 158 रन उड़ा दिए थे।

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यह उस समय टी-20 क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर था, इस पारी में उन्होंने 10 चौके और 13 छक्के लगाए थे। KKR ने इस पारी के दम पर तीन विकेट पर 222 रन का स्कोर खड़ा किया था। फिर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) को 82 रन पर समेटकर 140 रन की जबरदस्त जीत दर्ज की थी। मैकुलम की तूफानी शतकीय पारी ने IPL को रातों-रात हिट कर दिया और दर्शकों को यह धूम-धड़ाका क्रिकेट काफी पसंद आया।

इसके बाद ब्रैंडन मैकुलम ने कोच्चि टस्कर्स, गुजरात लॉयंस, चेन्नई सुपर किंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए भी खेला। उन्होंने अपना आखिरी आईपीएल मुकाबला साल 2018 के सीजन में खेला था। जब भी वह मैदान पर जाते थे तो उनका दृष्टिकोण काफी आक्रामक होता था और वर्तमान में, वह अपने कोचिंग कौशल के माध्यम से भी यही मानसिकता प्रदान कर रहे हैं।

सिर्फ 8 गेंदों में हुई शुरुआत

ब्रेंडन मैकुलम ने IPL वेबसाइट पर दिए अपने बयान में बताया कि भारतीय फैंस आईपीएल को लेकर शुरुआत में ज्यादा उत्साहित नहीं थे। लोगों को आईपीएल को लेकर काफी संकोच था। लोगों के अंदर आईपीएल को लेकर जुनून भरना था।

ब्रेंडन ने कहा कि, “किसी ने भी आईपीएल का समर्थन नहीं किया, सामान्य तौर पर क्रिकेट को इस बात का अहसास नहीं था कि यह टूर्नामेंट कितना बड़ा होने वाला है और मुझे लगता है कि हमें उस रात और उन लोगों का भी पता चला, जिन्होंने क्रिकेट और यहां भारत में भी दुनियाभर में जाना था।”

जब उनकी पारी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, हमें उस दूसरे शतक पर काम करने की जरूरत है क्योंकि मैं उनका बल्लेबाजी कोच हूं। उम्मीद है कि हम पूरे सीजन में दूसरा या तीसरा शतक देखेंगे। देखिए, सच कहूं तो मेरे पास बहुत सारी यादें नहीं हैं। यह थोड़ा धुंधला है। मुझे शुरुआत करने में आठ गेंदें लगीं। थोड़ी सी लड़ाई और किस्मत की वजह से आज मैं इस मुकाम पर हूं।”

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