भारतीय ऑलराउंडर दीपक हुड्डा के 30 नवंबर को क्राइस्टचर्च में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए तीसरे और अंतिम वनडे मैच में आउट होने से कमेंटेटर और प्रशंसक हैरान रह गए। हालांकि, वे हुड्डा के विकेट के पीछे कैच पकड़े जाने पर आउट होने से हैरान नहीं थे, बल्कि न्यूजीलैंड के विकेटकीपर-बल्लेबाज टॉम लैथम और अनुभवी तेज गेंदबाज टिम साउदी की लापरवाही से नाराज थे।
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यह घटना भारत की पारी के 34वें ओवर में देखने को मिली, जब टिम साउदी इस ओवर की चौथी गेंद को बखूबी नहीं डाल पाए, जो शॉर्ट में टकराई और लेग साइड से नीचे जाते हुए दीपक हुड्डा को पूल करने के लिए आकर्षित कर गई। भारतीय ऑलराउंडर ने इसे खेला और गेंद टॉम लैथम के दस्तानों में जाकर रुकी।
जब टॉम लैथम और टिम साउदी से हुई भूल
लेकिन दिलचस्प बात तो ये है कि न तो ऑन-फील्ड अंपायर और ना ही साउदी और लैथम दीपक हुड्डा को मिली बढ़त को नोटिस कर पाए। चूंकि गेंद लेग साइड से नीचे थी और स्टंप्स के काफी आगे थी, इसलिए ऑन-फील्ड अंपायर ने सीधे वाइड का इशारा कर दिया।
जिसके तुरंत बाद न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने चतुराई दिखाते हुए दीपक हुड्डा के खिलाफ डीआरएस का विकल्प चुना, जबकि गेंदबाज और कीपर ने कोई अपील नहीं की और सही साबित हुए, क्योंकि भारतीय ऑलराउंडर को मात्र 12 रन बनाकर पवेलियन लौटना पड़ा।
जिसके बाद कमेंट्री करते हुए हर्षा भोगले ने नाराज होकर कहा, “गेंदबाज ने अपील नहीं की, कीपर ने दिलचस्पी नहीं दिखाई, लेकिन वहां कोई था, जिसने सोचा कि उन्हें डीआरएस लेना चाहिए।” जिस पर भारत की पूर्व महिला टीम की कप्तान अंजुम चोपड़ा ने कहा: “वह केन विलियमसन थे।”
इस घटना की क्लिप को न्यूजीलैंड क्रिकेट ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर साझा किया है। आपको बता दें, यह वनडे मुकाबला भी बारिश के मत्थे चढ़ा, और कीवी टीम ने 1-0 से वनडे सीरीज अपने नाम की। इससे पहले टीम इंडिया ने 1-0 से T20I सीरीज जीती थी, और परिस्थितियां भी सामान थी।