Australia’s tour of New Zealand 2024, NZ vs AUS: ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) को वेलिंगटन के बेसिन रिजर्व में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट के तीसरे दिन अपने बल्ले से मजबूरन कबूतर का लोगो हटाना पड़ा।
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यह घटना ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम की दूसरी पारी के 19वें ओवर में हुई, जब उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) ने एक नए बल्ले की मांग की, क्योंकि उनका बैट टूट गया था। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया के 12वें प्लेयर मैथ्यू रेनशॉ कुछ बल्लों के साथ डगआउट से बाहर आए, और ख्वाजा ने एक बल्ला चुना।
अपने बल्ले से कबूतर का स्टिकर हटाने के लिए मजबूर हुए Usman Khawaja
लेकिन ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज ने जिस बल्ले को चुना, उस पर कबूतर का लोगो लगा हुआ था, और उन्हें इसे हटाना पड़ा। उस्मान ख्वाजा ने जैतून की शाखा पकड़े हुए कबूतर के मानवाधिकार स्टिकर को तुरंत हटा दिया। दरअसल, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् (ICC) ने पिछले साल पाकिस्तान के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट के दौरान जैतून की शाखा पकड़े हुए कबूतर के मानवाधिकार लोगो को प्रदर्शित करने के ख्वाजा के अनुरोध को खारिज कर दिया था।
नतीजन, उस्मान ख्वाजा ने किसी विवाद में फंसने से पहले ही वेलिंगटन में वो स्टिकर निकाल फेंका, जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। 37-वर्षीय बल्लेबाज गाजा में मानवीय संकट के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए यह स्टिकर लगाना चाहता था।
यहां देखिए वो वायरल तस्वीर:
Usman Khawaja was forced to remove a dove sticker from his bat on day three of the Wellington Test.
इस बीच, वेलिंगटन में तीसरे दिन सुबह के सेशन में ग्लेन फिलिप्स ने ख्वाजा को 28 रनों पर आउट कर दिया। ऑस्ट्रेलिया अपनी दूसरी पारी में 164 रनों पर ऑल-आउट हो गया, और न्यूजीलैंड को जीत के लिए 369 रनों का लक्ष्य दिया गया।
आपको बता दें, ख्वाजा को इससे पहले “सभी जीवन समान हैं” और “स्वतंत्रता एक मानव अधिकार है” संदेश प्रदर्शित करने वाले जूते पहनने से भी रोक दिया गया था। ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाज को मैच के दौरान काली पट्टी का इस्तेमाल करने के लिए भी फटकार लगाई गई थी।