अफगानिस्तान में बरकरार है तालिबान का खौफ! वर्ल्ड कप टीम के सदस्यों ने किया घर लौटने से इनकार

हाल ही में समाप्त हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान ने किया था अच्छा प्रदर्शन।

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Afghanistan U19 team. (Photo source: Twittter)

अफगानिस्तान क्रिकेट से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है, बताया जा रहा है कि, अफगानिस्तान की अंडर -19 टीम के चार सदस्य, जिन्होंने वेस्टइंडीज में हाल ही में संपन्न विश्व कप में भाग लिया था, वो यूके में ही रुके हैं और अपने अन्य साथियों के साथ अफगानिस्तान नहीं लौटे हैं। इसमें एक खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ के तीन सदस्य शामिल हैं।

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ये चार लोग कथित तौर पर लंदन में है और उनका ट्रांजिट वीजा मंगलवार (8 फरवरी) को समाप्त होने वाला है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने अभी तक इस घटनाक्रम पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। इस बीच बता दें कि, अफगानिस्तान की टीम ने विश्व कप में एक अच्छा अभियान का आनंद लिया और उनकी टीम चौथे स्थान पर रही। वे सेमीफाइनल में इंग्लैंड को हराने के करीब भी आए, लेकिन अंत में उन्हें 15 रन से हार का सामना करना पड़ा।

अफगानिस्तान क्रिकेट पर आया एक और बड़ा संकट

अफगान न्यूज संस्थान पश्तोवोआ ने लिखा है कि, “अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के दो सूत्रों ने मुझे बताया कि अफगानिस्तान अंडर 19 टीम के एक खिलाड़ी और तीन अधिकारियों ने घर आने से मना कर दिया है। वर्ल्ड कप खेलने के बाद वो वापस आ रहे थे तब इंग्लैंड में उन्हें 48 घंटे ही रुकना था। लेकिन वो यहीं रूक गए और शरण मांगी है।”

इस बीच, पूर्व खिलाड़ी रईस अहमदजई, जो विश्व कप के दौरान अफगानिस्तान के मुख्य कोच थे, उन्होंने चारों से पुनर्विचार करने और अपने देश वापस लौटने का आग्रह किया है। अहमदजई ने यह भी कहा कि उन्होंने चारों को मैसेज किया लेकिन उनमें से किसी ने भी जवाब नहीं दिया।

ESPNcricnfo के हवाले से अहमदजई ने कहा कि, “उन्हें मेरे मेसेज मिले। लेकिन उन्होंने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। मैंने उनसे कहा कि अफगानिस्तान को उनकी जरूरत है। खेल और क्रिकेट ने अफगानिस्तान के लिए बहुत कुछ किया है। विश्व कप के दौरान हमें जो समर्थन मिला वह अद्भुत, अविश्वसनीय था। कभी-कभी जब आप अपने देश के लिए चीजें करते हैं तो यह आपके पूरे जीवन में आपके लिए बहुत मायने रखता है।” 

अंत में उन्होंने यह भी कहा कि, “अगर वो चरों सदस्य वापस नहीं लौटने का फैसला करते हैं, तो इससे अफगानिस्तान क्रिकेट प्रभावित नहीं होगा लेकिन वो “हमेशा के लिए दोषी” होंगे।

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