2011 विश्वकप जीतना ही एकमात्र अच्छी याद नहीं है, जो वानखेड़े स्टेडियम से जुड़ी हो- एमएस धोनी

भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी स्टेडियम की सीट का नाम किसी खिलाड़ी के नाम पर रखा गया हो।

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MS Dhoni (Photo Source: Twitter)

आईपीएल 2023 के 16 वें सीजन को लेकर फैंस काफी उत्साहित हैं, खासकर महेंद्र सिंह धोनी के फैंस। दरअसल ऐसा माना जा रहा है कि धोनी का यह आखिरी सीजन हो सकता है। वहीं फैंस भी इस सीजन धोनी की बल्लेबाजी और कप्तानी को खूब एन्जॉय कर रहे हैं।

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बता दें महेंद्र सिंह धोनी को सबसे बेहतरीन कप्तानों में से एक माना जाता है। वहीं हाल ही में धोनी ने साल 2011 और 2007 में टीम इंडिया को मिली जीत को लेकर अपनी राय रखी है। दरअसल शनिवार को मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले में चेन्नई की टीम ने मुंबई को 7 विकेट से हराया।

2011 विश्वकप जीतना ही एकमात्र अच्छी याद नहीं है-महेंद्र सिंह धोनी 

वहीं इस मैच के शुरू होने से पहले टॉस के दौरान धोनी ने साल 2011 विश्वकप और वानखेड़े स्टेडियम से जुड़ी यादों को शेयर कर बताया कि कैसे 2011 विश्वकप जीतना ही एकमात्र अच्छी याद नहीं है, जो वानखेड़े स्टेडियम से जुड़ी है। दरअसल धोनी ने टॉस के दौरान कहा कि, सबसे यादगार वेन्यू के बारे में सोचे, ना सिर्फ 2011 की जीत बल्कि जब हम 2007 में जीते थे और जब हम वापस आए थे तो हमें जो स्वागत मिला वह शानदार था।

दरअसल हाल ही में एमएस धोनी ने वानखेड़े स्टेडियम में 2011 विश्व कप विजय स्मारक का उद्घाटन किया, जो उस स्थान पर बनाया गया है जहां उनका ऐतिहासिक विजयी छक्का पड़ा था। इसे बनाने के लिए स्टेडियम की 5 कुर्सियों को हटा दिया गया है। नुवान कुलसेखरा की गेंद पर छक्का लगाकर धोनी ने ही भारत को जीत दिलाई थी। भारतीय टीम ने श्रीलंका को हराकर विश्व कप का खिताब जीता था।

बता दें भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी स्टेडियम की सीट को हटाकर विक्ट्री मेमोरियल बनाया गया हो। लेकिन धोनी को उनकी ऐतिहासिक सफलता के लिए मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने यह सम्मान दिया है। इसके साथ ही धोनी को एक तस्वीर भी भेंट की गई, जिसमे वह छक्का लगाते हुए नजर आ रहे हैं।

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