साउथ अफ्रीका के दौरे पर भारतीय टीम इस बार काफी उम्मीद के साथ टेस्ट सीरीज खेलने के लिए गई थी। जिसमें सभी को आत्मविश्वास था कि टीम वहां भी पहली टेस्ट सीरीज जीत हासिल करने के साथ सालों से चले आ रहे सूखे को खत्म करने का काम करेंगे। लेकिन मेजबान अफ्रीकी टीम के युवा खिलाड़ियों ने भारतीय टीम के इस सपने को केपटाउन टेस्ट में जीत के साथ पूरी तरह से तोड़ दिया।
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दरअसल सेंचुरियन में जहां भारतीय टीम को जीत हासिल हुई वहीं जोहान्सबर्ग टेस्ट मैच को अफ्रीका ने अपने नाम करते हुए सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया। जिसके बाद केपटाउन में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला जब मेजबान ने 7 विकेट से जीत हासिल करने के साथ सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया। हालांकि तीसरे टेस्ट मैच में जुबानी जंग भी काफी ज्यादा देखने को मिली।
केपटाउन टेस्ट मैच के तीसरे दिन के आखिरी सत्र में जब मेजबान टीम 212 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो डीन एल्गर को लेकर एक LBW अपील में DRS के फैसले को लेकर भारतीय खिलाड़ियों ने काफी ज्यादा नाराजगी मैदान पर व्यक्त की। जिसमें विराट कोहली का गुस्सा साफतौर पर देखा जा सकता था। जिसमें उन्होंने स्टम्प माइक पर जाकर ब्रॉडकास्टर को भी खरी-खोटी सुना दी।
बाहरी लोग नहीं समझ सकते उस समय क्या हुआ
इस पूरी घटना को लेकर जब केपटाउन टेस्ट मैच में भारतीय टीम की हार के बाद विराट कोहली से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, जो भी कुछ उस समय हुआ उस बारे में अधिक कुछ नहीं कहना चाहते हैं, क्योंकि बाहरी लोग इसे पूरी तरह से नहीं समझ सकते हैं।
विराट कोहली ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि, मैं इस घटना को लेकर किसी तरह की टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं। मेरे लिए मैदान पर हमने जो कुछ किया उसे सही ठहराने की कोशिश करना और यह कहना कि हम भावनाओं में बह गए। अगर हम वहां पर हावी हो जाते और तीन विकेट लेते तो शायद वह क्षण खेल की दिशा बदल देता।