मैं प्रदर्शन नहीं कर रहा था और मेरा टीम में रहना बिल्कुल सही नहीं था: लोकेश राहुल
लोकेश राहुल ने लॉर्ड्स टेस्ट मैच में 129 रनों की शानदार पारी खेली है।
CricTracker जूनियर स्टाफ लेखिका
अद्यतन - अगस्त 14, 2021 7:22 अपराह्न
भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड के दौरे पर है, जिसमें शुरुआत 2 टेस्ट मैचों में किसी एक भारतीय खिलाड़ी ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी हैं, तो वह ओपनिंग बल्लेबाज लोकेश राहुल हैं। पहले टेस्ट मैच के 24 घंटे पहले मयंक अग्रवाल के सिर पर गेंद लगने की वजह से पहली पसंद के ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर लोकेश राहुल को रोहित शर्मा के साथ जिम्मेदारी सौंपी गई।
लोकेश राहुल ने टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले डरहम में खेले गए अभ्यास मैच में मध्यक्रम में खेलते हुए शानदार शतकीय पारी खेलकर अपने फॉर्म में वापसी के संकेत दे दिए थे। जिसके बाद उन्हें जब नॉटिंघम टेस्ट मैच में अंतिम एकादश में खेलने का मौका मिला तो राहुल ने मौके कालाभ दोनों हाथों से उठाते हुए टीम की पहली पारी में 83 रन बनाते हुए अपनी वापसी के संकेत दे दिए।
इसके बाद राहुल ने लॉर्ड्स टेस्ट मैच के पहले दिन के पहले सत्र में काफी सुरक्षात्मक तरीके से बल्लेबाजी करते पहले कठिन समय को सही तरीके से निकाल दिया। उसके बाद बाकी के 2 सत्रों में राहुल ने इंग्लैंड के गेंदबाजों पर हावी होते हुए जहां लॉर्ड्स के मैदान पर अपने करियर का पहला टेस्ट शतक लगाया वहीं यह उनके टेस्ट करियर का 6वां शतक था।
टेस्ट टीम से बाहर होना काफी निराशाजनक था
राहुल ने टेस्ट टीम में एकबार फिर से अपनी वापसी को लेकर कहा कि, टीम से बाहर होना काफी निराशाजनक था, बुरा जरूर लगा लेकिन मैं इसके लिए किसी को दोषी नहीं ठहरा सकता क्योंकि मैं प्रदर्शन नहीं कर पा रहा था। मुझे अपने मौके का फिर से इंतजार करना था और फिर वह जैसे मुझे मिली मैने उसका पूरा लाभ उठाते हुए प्रदर्शन किया। जिसके चलते लॉर्ड्स के मैदान में खेली गई यह शतकीय पारी मेरे लिए बेहद खास हो गई है।
लॉर्ड्स के मैदान में बतौर सलामी बल्लेबाज शतक लगाने वाले लोकेश राहुल भारतीय टीम के तीसरे ओपनिंग बल्लेबाज हैं। उनसे पहले वीनू मांकड और रवि शास्त्री ने यह कारनामा किया था।