'शार्दुल को बाहर कर मोहम्मद शमी को दीजिए मौका'- पूर्व लेग स्पिनर ने टीम मैनेजमेंट के सामने रखी मांग - क्रिकट्रैकर हिंदी

‘शार्दुल को बाहर कर मोहम्मद शमी को दीजिए मौका’- पूर्व लेग स्पिनर ने टीम मैनेजमेंट के सामने रखी मांग

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे मैच में मोहम्मद शमी ने लिए पांच विकेट।

Mohammed Shami & Shardul Thakur (Photo Source: Getty Images)
Mohammed Shami & Shardul Thakur (Photo Source: Getty Images)

टीम इंडिया के पूर्व लेग स्पिनर पीयूष चावला का मानना ​​है कि आगामी वर्ल्ड कप के लिए भारतीय प्लेइंग इलेवन में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर से बेहतर विकल्प होंगे। चावला ने इस बात को कबूल किया कि ठाकुर एक अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन साथ में यह भी कहा कि वह बल्ले से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं और गेंद से काफी रन लुटाते हैं। हालांकि उन्होंने महत्वपूर्ण समय पर कुछ विकेट भी लिए हैं।

शुक्रवार, 22 सितंबर को पहले वनडे में मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने 5 विकेट से जीत दर्ज की। इस जीत के बाद क्रिकेट जगत में शमी और ठाकुर को लेकर बहस जारी है। इस मैच में जहां शमी ने करियर का सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय प्रदर्शन 5/51 किया। वहीं ठाकुर ने 78 रन लुटाए और वो इस दौरान एक भी विकेट नहीं ले सके।

आपको बता दें कि, भारत ने हाल ही में एशिया कप सहित कई वनडे मैचों में शमी से पहले ठाकुर को तरजीह दी है। इस मुद्दे पर अपने विचार साझा करते हुए चावला ने वर्ल्ड कप के लिए भारत की पसंदीदा प्लेइंग इलेवन में ऑलराउंडर के बजाय स्पेशलिस्ट तेज गेंदबाज को चुना।

शार्दुल की जगह शमी को मिलना चाहिए मौका- पीयूष चावला

उन्होंने ईएसपीएन क्रिकइन्फो के हवाले से कहा कि, “अगर हम शार्दुल की बल्लेबाजी के बारे में बात करते हैं, तो ऐसा नहीं है कि वह कोई ऐसा बल्लेबाज नहीं है कि आएगा और आपको 20 गेंदों पर 30, 40 रन की तेज पारी देगा। वह एक गेंद में एक रन या कभी-कभी शायद 20 गेंद में 25 रन बनाने वाला खिलाड़ी है। और अगर आप उनकी गेंदबाजी के बारे में बात करते हैं, तो मैं मानता हूं कि उन्होंने विकेट लिए हैं और उनके पास काफी विकेट हैं। लेकिन वो रन भी काफी देते हैं।”

चावला ने आगे कहा कि, “इसके अलावा, अगर आप उन परिस्थितियों के बारे में बात करते हैं जहां भारत खेलने जा रहा है, तो अधिकांश विकेट थोड़ा सपाट होने वाला है। चावला ने कहा, इसलिए आपको किसी ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो एक स्पेशलिस्ट गेंदबाज की तरह हो, जो एक बदलाव के साथ आ सके और फिर 135-140 की रफ़्तार से गेंदबाजी कर सके।

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