भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी प्रज्ञान ओझा (Pragyan Ojha) आईपीएल गवर्निंग काउंसिल छोड़ने की तैयारी में हैं। दरअसल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की गोवा में होने वाली एनुअल बैठक (AGM) के दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने की उम्मीद जताई जा रही है।
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बता दें BCCI की यह मीटिंग 25 सितंबर को गोवा में होने वाली है और इस दौरान ही यह फैसला लिया जा सकता है। दरअसल आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल में बदलाव के साथ-साथ बीसीसीआई भी कई निर्णय ले सकता है। गौरतलब है कि, इस पूर्व भारतीय स्पिनर ने तीन साल तक गवर्निंग काउंसिल में काम किया है।
ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि, महिला प्रीमियर लीग (WPL) के लिए एक नई गवर्निंग काउंसिल का भी गठन हो सकता है। साथ ही IPL गवर्निंग काउंसिल में अन्य खिलाड़ियों को भी शामिल किया जा सकता है। वर्तमान में यह भूमिका प्रज्ञान ओझा निभा रहे। दरअसल क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व भारतीय स्पिनर प्रज्ञान अपनी मर्जी से इस पद को छोड़ने पर विचार कर रहे हैं।
प्रज्ञान ओझा ने गवर्निंग कॉउन्सिल के लिए तीन साल तक काम किया है
ओझा ने गवर्निंग कॉउन्सिल के लिए तीन साल तक काम किया है। बता दें वह खिलाड़ियों के प्रतिनिधि के रूप में काम करते हैं। वह अपने कार्यकाल को कुछ और सालों तक बढ़ा सकते थे। 25 सितंबर की बैठक के एजेंडे में उस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी, जिसमें कहा गया था कि IPL की गवर्निंग काउंसिल में जनरल बॉडी के 2 प्रतिनिधियों का चुनाव और शामिल किया जाए।
उम्मीद है कि मौजूदा सदस्य, हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अरुण सिंह धूमल और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अविषेक डालमिया अपनी भूमिका आगे भी जारी रखेंगे। रिपोर्ट्स की मानें तो इस बैठक में पुरुषों की चयन समिति की सभी समीक्षा की जाएगी। यहां तक कि, दिसंबर तक चयन समिति में बदलावों के अलावा इसका पुनर्गठन भी हो सकता है। हालांकि, अजित अगरकर मुख्य चयनकर्ता बने रहेंगे।