पाकिस्तान को हरा कर ही सचिन ने अपना कैरियर शुरू किया था :शरद पवार

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Sachin Tendulkar  (Photo by Quinn Rooney/Getty Images)

पुलवामा हमले को लेकर देश में चल रही पाकिस्तान विरोधी बहस के बीच में पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बयान को लेकर उनकी आलोचना शुरू हो गई। कुछ लोगों ने उन पर राष्ट्र विरोधी होने और पाकिस्तान का समर्थक होने तक का आरोप लगा दिया। इस बीच उनका बचाव करने के लिए बीसीसीआई और आईसीसी के पूर्व चेयरमैन ने मोर्चा खोल दिया।

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सचिन ने क्या गलत कहा था

सचिन ने पुलवामा हमले की बहस में देश के सम्मान का ख्याल रखते ही कहा था कि विश्व कप में पाकिस्तान के मैच का बहिष्कार करने की बजाय उसे हराकर बाहर करना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा कि यह हमारे दिल की आवाज है कि हम पाकिस्तान को दो अंक नहीं देना चाहते। इसके बाद उन्होंने यह भी कहा था कि हम देशवासियोंं और सरकार के साथ हैं। सरकार जो फैसला लेगी उसे हम सच्चे दिल से मानने के लिए तैयार हैं।

राष्ट्रविरोधी कहने वाले को कपिल ने दिया था दो टूक जवाब

एक टीवी एंकर अर्नब गोस्वामी ने अपनी बहस के दौरान इस तरह का बयान देने वाले सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर को राष्ट्रविरोधी और पाक परस्त कहा था। इस टिप्पणी को लेकर बहस में भाग ले रहे आप नेता आशुतोष सिंह और राजनीतिज्ञ सुधीन्द्र कुलकर्णी ने तत्काल बहिष्कार कर दिया था। कपिल देव ने इस बहस को बेवजह की बहस करार देते हुए इसे बंद करने को कहा था। उन्होंने इस बारे में फैसला लेने का अधिकार सरकार को है अन्य किसी को नहीं।

बयान के लिए जब सोशल मीडिया पर सचिन को ट्रोल किया गया

सचिन के बयान को लेकर सोशल मीडिया पर उन्हेंं ट्रोल किया गया। किसी ने उन्हें राष्ट्र विरोधी करार दिया तो किसी ने उन्हें पाकिस्तान का समर्थक बताया। जबकि उनकी मूल भावना को कोई नहीं समझ पाया। हर किसी ने बयान को हल्के में लिया। उसकी गंभीरता को समझने की कोशिश नहंीं की गई। यदि ऐसा होता तो भारत रत्न को कोई राष्ट्र विरोधी करार न देता।

शरद पवार ने दिया जोरदार जवाब

सचिन तेंदुलकर ने 15 वर्ष की उम्र में अपना क्रिकेट कैरियर शुरू किया था तो पहली बार में पाकिस्तान को ही हराया था। उसके बाद से लगातार देश के लिए अपना तन मन धन न्यौछावर करने वाले सचिन को आज राष्ट्र विरोधी कहा जा रहा है। ऐसा कहने वालों को शर्म आनी चाहिये। सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर भारत की धरोहर हैं। इन पर किसी तरह का शक करना गुनाह है। इनको राष्ट्र विरोधी कहने वालों की जांच की जानी चाहिये ताकि उनका पता चल सके वह कितने राष्ट्र भक्त हैं और राष्ट्र के लिए कौन सी कुर्बानी दी है।

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