लगभग एक महीने के ब्रेक के बाद, 35 वर्षीय खिलाड़ी वापसी करने के लिए तैयार हैं और प्लेइंग इलेवन में प्रिंस यादव की जगह उन्हें मौका मिल सकता है। वह नवदीप सैनी और हिमांशु चौहान के साथ मिलकर तेज गेंदबाजी इकाई का नेतृत्व करेंगे। इस बीच, ईशांत की वापसी से दिल्ली की गेंदबाजी क्रम मजबूत होगी, जो खराब दौर से गुजर रही है। दिल्ली की टीम वर्तमान में एलीट ग्रुप डी अंक तालिका में छठे स्थान पर हैं।
हालांकि, उत्तराखंड पर उनकी हालिया जीत से उन्हें आगामी मुकाबलों में करने से पहले कुछ आत्मविश्वास मिलना चाहिए। टीम के नए कप्तान हिम्मत सिंह ने पिछले मैच में 194 रनों की यादगार पारी खेली, जबकि यश ढुल और लक्ष्य थरेजा ने क्रमशः पहली और दूसरी पारी में अपना अहम योगदान दिया। गेंदबाजी में सैनी, रितिक शौकीन और हिमांशु चौहान प्रभावशाली दिखे थे, जो टीम के लिए एक और प्लस पॉइंट है।
दिल्ली में ठंड और नमी वाले मौसम से तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की उम्मीद है और यहां इशांत का अनुभव टीम के काम आएगा क्योंकि उन्हें ऐसी परिस्थितियों में खेलने की आदत है। तेज गेंदबाज अपनी योग्यता साबित करने और राष्ट्रीय टीम में वापस आने के लिए बेताब होंगे, जो पहले से ही क्वालिटी तेज गेंदबाजों से भरी हुई है।
इस बीच, खराब रोशनी के कारण टॉस में देरी हुई। यदि मैच के दौरान धूप नहीं निकलती है और पिच के नीचे नमी होती है, तो तेज गेंदबाजों को पिच से काफी उम्मीदें मिल सकती है। हालांकि, यह इस पर निर्भर करता है कि खेल कब और क्या शुरू होगा। मैच के तीसरे दिन बारिश की भी आशंका है।