रणजी में टूटी कलाई के साथ बल्लेबाजी करने वाले हनुमा विहारी ने दिया बड़ा बयान

विहारी टूटी कलाई के साथ रणजी ट्राॅफी में मध्य प्रदेश के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में दोनों पारियों में बल्लेबाजी करने आए थे। 

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Hanuma Vihari (Image Credit- Twitter)

क्रिकेट हो या कोई भी अन्य खेल, बहुत कम ही देखने को मिलता है कि कोई खिलाड़ी मिसाल पेश करता है। लेकिन भारत के घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्राॅफी के चौथे क्वार्टर फाइनल आंध्रा प्रदेश बनाम मध्य प्रदेश मैच में एक ऐसी मिसाल देखने को मिली है।

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बता दें कि इस मैच के दौरान आंध्रा के कप्तान हनुमा विहारी टूटी कलाई के साथ बल्लेबाजी करते हुए नजर आए थे और साबित कर दिया था कि अगर इरादे पक्के हैं तो कुछ भी मुश्किल नहीं होता है। एमपी के खिलाफ दोनों पारियों में टूटी कलाई के साथ राइट हैंड बल्लेबाज हनुमा विहारी लैफ्ट हैंड से बल्लेबाजी करते हुए नजर आए थे।

तो वहीं अब उन्होंने अपनी इस पारी को लेकर पहली बार बड़ा बयान दिया है और बताया है कि कैसे वह अपनी टीम के लिए सबकुछ कुर्बान करने के लिए तैयार थे। बता दें कि मैच में विहारी ने पहली पारी में 57 गेंदों में 27 और दूसरी पारी में 16 गेंदों में 15 रनों की पारी खेली थी। साथ ही वह अपनी टीम को मैच नहीं जिता पाए थे और मैच में एमपी ने आंध्रा को पांच विकेट से हरा दिया था।

हनुमा विहारी का बड़ा बयान आया सामने

बता दें कि जारी रणजी ट्राॅफी में हनुमा विहारी ने अपनी इस पारी को लेकर जियो सिनेमा के साथ एक बात-चीत में बड़ा बयान दिया है। विहारी ने कहा, जब मैंने टीम मैनेजमेंट से कहा कि मैं बल्लेबाजी करना चाहता हूं तो फिजियो ने मुझसे 10 बार कहा था कि अगर मैं ऐसा करता हूं तो मेरा क्रिकेट करियर खतरे में पड़ सकता है।

फिजियो ने मुझसे कहा कि मेरी टूटी कलाई पर अगर चोट लगी तो मेरा क्रिकेट करियर तबाह हो जाएगा। इसके बाद मैंने फिजियो से कहा कि कोई बात नहीं, अगर मैं इस मैच के बाद क्रिकेट नहीं खेलता हूं तो, पर मैं इस मैच में आंध्रा के लिए योगदान देना चाहता हूं।

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