खिलाड़ियों को भी आराम देना बेहद जरूरी है: रवि शास्त्री
31 मार्च से इंडियन प्रीमियर लीग 2023 की शुरुआत होने वाली है।
अद्यतन - Mar 23, 2023 4:23 pm

22 मार्च को खेले गए तीसरे वनडे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 21 रन से मात देकर इस सीरीज को 2-1 से अपने नाम किया। अब सभी भारतीय खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग 2023 में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को देखेंगे। बता दें, तीसरे वनडे में भारतीय टीम अच्छी बल्लेबाजी करने में नाकाम रही थी। अब 31 मार्च से इंडियन प्रीमियर लीग 2023 की शुरुआत होने वाली है।
यह बेहतरीन टूर्नामेंट 2 महीने तक चलेगा और इसके बाद भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलेगी जिसकी शुरुआत 7 जून से होगी और यह 11 जून तक द ओवल में खेला जाएगा। हाल ही में भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर अपना पक्ष रखा है। शास्त्री की मानें तो पिछले कुछ सालों में सभी प्रारूपों में क्रिकेट काफी ज्यादा बढ़ गया है जिसकी वजह से खिलाड़ियों के ऊपर काफी दबाव आ गया है।
इसी के साथ उन्होंने बोर्ड से भी यह अपील की कि खिलाड़ियों के ऊपर से वर्कलोड का दबाव पूरी तरह से हटा देना चाहिए। बता दें, काफी समय से कई भारतीय खिलाड़ी चोटिल होने की वजह से राष्ट्रीय टीम से वापस नहीं जुड़ पाए हैं। जसप्रीत बुमराह ने अपना आखिरी मुकाबला सितंबर 2022 में खेला था। श्रेयस अय्यर भी पीठ में लगी चोट की वजह से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट और वनडे सीरीज में नहीं खेल पाए।
खिलाड़ियों के आराम करने का पीरियड काफी कम होता जा रहा है: रवि शास्त्री
रवि शास्त्री ने स्पोर्ट्स यारी को बताया कि, ‘जिस हिसाब से खिलाड़ियों को चोट लग रही है उसके बारे में मुझे सोच कर काफी बुरा लगता है। आपको उस समय को देखना चाहिए जब हम लोग क्रिकेट खेलते थे। हमारे पास आराम करने का भी काफी समय मिल जाता था।
खिलाड़ी भी 8 से 10 सालों तक आराम से खेल लिया करते थे। उनमें से कई लोग तो 1 साल में 8 से 10 महीने तक खेलते थे। क्रिकेट का स्तर सच में काफी ऊंचा हो गया है और सभी प्रारूपों में अब काफी मैच खेले जा रहे हैं। दुनियाभर में कई लीग्स हैं और खिलाड़ियों को आराम करने का भी कम से कम समय मिल रहा है।’
शास्त्री ने आगे कहा कि, ‘ खिलाड़ियों को और टीम मैनेजमेंट को एक साथ बैठकर इसके बारे में बातचीत करनी चाहिए। खिलाड़ियों को लगातार अंतराल में क्रिकेट खेलना होता है और उनको आराम देना भी बेहद जरूरी है। IPL में भी बोर्ड को सभी फ्रेंचाइजियों से बात करनी चाहिए और उन्हें कहना चाहिए कि, ‘आप सब सुनें, हमें इन खिलाड़ियों की जरूरत है और भारत को भी। अगर उन्हें कुछ मुकाबले ना खिलाए जाए तो यह सब के लिए अच्छा रहेगा।’