भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा अपनी फिटनेस को साबित करने के लिए जारी रणजी ट्राॅफी में तमिननाडु के खिलाफ मैच खेलते हुए नजर आएंगे। बता दें कि जडेजा का रणजी ट्राॅफी में खेलना 9 फरवरी से शुरू हो रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की तैयारियों के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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बता दें कि यह पहली बार है कि बीसीसीआई ने इस तरह का कोई फैसला लिया हो। तो वहीं दूसरी तरफ बोर्ड के इस फैसले के बाद लग रहा है कि वह खिलाड़ियों के प्रति दोहरा रवैया अपना रहा है।
एक तरफ जडेजा से बीसीसीआई फिटनेस साबित करने के लिए कहता है तो दूसरी तरफ अनफिट जसप्रीत बुमराह को सीधे टीम इंडिया एंट्री दे देता है। इसके बाद आपको पता है कि क्या हुआ, पूरी तरफ फिटनेस ना हासिल कर पाने की वजह से बुमराह श्रीलंका के खिलाफ वनजे सीरीज से बाहर हो गए। साथ ही वो न्यूजीलैंड सीरीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरुआती दो टेस्ट मैच के लिए उपलब्ध नहीं होंगे।
खैर रवींद्र जडेजा को ऑस्ट्रेलया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले दो मैचों के लिए टीम इंडिया की 17 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है। हालांकि बीसीसीआई ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी उपलब्धता उनकी फिटनेस पर निर्भर है।
काफी समय से चोटिल चल रहे हैं जडेजा
बता दें कि भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर को पिछले साल हुए एशिया कप 2022 के दौरान घुटने की चोट लगी थी। इस चोट की वजह से वह टी-20 विश्व कप, न्यूजीलैंड, बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज में भी नहीं खेल पाए थे।
कुछ मीडिया खबरों से पता चला है कि जडेजा ने नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) बैेंगलोर में अपना रिहैब पूरा कर लिया है और एकेडमी ने उन्हें बल्लेबाजी और गेंदबाजी करने के लिए तलब किया है। बता दें कि जडेजा की वापसी से टीम इंडिया को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान मजबूती मिलेगी।
24 जनवरी को एक्शन में दिखेंगे जडेजा
ईएसपीएन क्रिकइंफो की एक खबर को माने तो रवींद्र जडेजा चेन्नई में 24 जनवरी से तमिलनाडु के खिलाफ रणजी मैच में सौराष्ट्र की ओर से खेलते हुए नजर आएंगे। तो दूसरी तरफ बीसीसीआई और टीम इंडिाय मैनेजमेंट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जडेजा की वापसी के लिए सख्त रुख अपना रहा है और सर जडेजा को जल्द से जल्द भारतीय टीम में शामिल करना चाहता है।
वहीं बीसीसीआई जडेजा की फिटनेस पर एक पाॅजिटिव रिजल्ट चाहता है और 9 फरवरी से शुरू हो रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में कोई भी रिक्स नहीं लेना चाहता है कि क्योंकि भारत के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियशिप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीद इस सीरीज के दौरान दांव पर लगी होंगी।