महेंद्र सिंह धौनी के हेलमेट में भारतीय झंडा ना होने के पीछे है ये वजह
अद्यतन - जून 18, 2018 7:53 अपराह्न
भारतीय क्रिकेट इतिहास में महेंद्र सिंह धौनी की गिनती तीनों फॉर्मेट में सबसे सफल कप्तान माने जाते है. अब वह कप्तान के रूप में नहीं खेलते है लेकिन उनकी मदद से और सलाह विराट कोहली के लिए मैच में काफी काम आती है जिस वजह से लिमिटेड ओवर फॉर्मेट में उनकी अहमियत किसी कप्तान से कम नहीं है जो मुसीबत पड़ने और दबाव के मौके पर टीम को निकालने में सक्षम है. लेकिन एक बात अभी तक भारतीय फैन्स को नहीं समझ आयी कि आखिर उनके हेलमेट में भारतीय झंडा क्यों नहीं होता है.
धौनी ने पिछली अंतर्राष्ट्रीय सीरीज दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेली थी इस साल की शुरुआत में उन्होंने उस सीरीज में टीम के लिए विकेटकीपिंग और बल्ले से काफी अच्छा प्रदर्शन किया था. भारतीय टीम के दोनों लेग स्पिनर का उस लिमिटेड ओवर की सीरीज में अच्छे प्रदर्शन का श्रेय धौनी को ही जाता क्योंकि उन्होंने सही समय पर उन्हें अच्छी सलाह दी थी.
इस वजह से नहीं है झंडा
एक विकेटकीपर को हमेशा कीपिंग करते समय अपने हेलमेट और कैप को काफी तेज़ी के साथ बदलना पड़ता है जब वह तेज़ गेंदबाजी और स्पिनर के सामने कीपिंग कर रहे होते है और वह हर बार इसके लिए 12 वें खिलाड़ी से हर बार नहीं मंगा सकते है. विकेटकीपर हमेशा हेलमेट को विकेट के पीछे रखते है और ओवरों के दौरान अपने साथ दूसरी तरफ लेकर जाते रहते है.
धौनी ने भारतीय झंडे को इसलिए हटाने का फैसला लिया क्योंकि हेलमेट को मैदान में रखा जाता है और झंडा हमेशा देश की शान होता है. क्वेरा यूजर के अनुसार ये नियम है कि कोई भी चीज़ जिसमें देश का झंडा होता है उसे मैदान में नहीं रखा जाता है जिस वजह भारतीय टीम के पूर्व कप्तान ने झंडे को अपने हेलमेट से हटाने का फैसला लिया. धौनी के इस कदम के बाद फैन्स उनको और अधिक प्यार करने लगे है.