छह टीमों वाला ये टूर्नामेंट 27 अगस्त से 11 सितंबर तक खेला जाएगा, जिसमें हांगकांग, कुवैत, सिंगापुर और यूएई मुख्य टूर्नामेंट से पहले क्वालीफायर खेलेगी। इस टूर्नामेंट की पांच टीमों का ऐलान पहले ही चुका है और उसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका का नाम शामिल है। क्वालीफायर की विजेता टीम एशिया कप की इस संस्करण में शामिल होने वाली छठी टीम होगी।
इस बीच ACC के अधिकारी ने क्रिकबज के हवाले से कहा कि, ‘हां, पूरी संभावना है कि एशिया कप को यूएई में शिफ्ट किया जा सकता है। इस मामले में ACC के अधिकारियों से भी बात की है. इसकी आधिकारिक घोषणा भी जल्द की जाएगी। पिछला यानी एशिया कप भी यूएई में ही हुआ था. तब टीम इंडिया चैम्पियन रही थी।
गौरतलब है कि श्रीलंका ने हाल ही में एक ऑलफॉर्मेट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया की सफलतापूर्वक मेजबानी की, जबकि वह वर्तमान में दो टेस्ट मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए पाकिस्तान की मेजबानी कर रहा है। इस बीच, भले ही संयुक्त अरब अमीरात को एक संभावित मेजबान के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन टूर्नामेंट के समय को देखते हुए रेगिस्तान में गर्मी से निजात पाना आयोजकों के लिए बड़ी चुनौतियों में से एक रहेगा।
पीसीबी के सीईओ फैसल हसनैन ने कहा, ‘हमारी पहली प्राथमिकता श्रीलंका का सपोर्ट करना और वहां एशिया कप खेलना है। टूर्नामेंट श्रीलंका में नहीं होता है तो यह उनके लिए बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान होगा। पाकिस्तान के मौजूदा श्रीलंका दौरे के साथ कोई समस्या नहीं है क्योंकि हम लगातार श्रीलंका क्रिकेट (SLC) के संपर्क में हैं।’