श्रीलंका इस वक्त अपने अब तक के सबसे खराब आर्थिक संकट से गुजर रहा है, और पिछले कुछ महीनों में देश की जनता द्वारा सत्ताधारी सरकार के खिलाफ कई सारे विरोध प्रदर्शन हुए हैं। यहां तक कि सनथ जयसूर्या, कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने जैसे प्रख्यात क्रिकेटरों ने भी आगे आकर देश की चिंताजनक स्थिति को लेकर आवाज उठाई है।
द नेशन के हवाले से सामने आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, “श्रीलंकाई मीडिया के अनुसार, एसएलसी ने एसीसी को अपने फैसले के बारे में सूचित किया, और कहा कि वह देश की मौजूदा राजनीतिक और आर्थिक स्थिति के कारण देश में एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित करने की स्थिति में नहीं है।”
एशिया कप की मेजबानी के लिए यूएई से बातचीत श्रीलंका
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि, “संयुक्त अरब अमीरात में कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला अभी तक नहीं लिया गया है। हालांकि एशिया कप की मेजबानी भारत सहित कोई भी एशियाई देश में की जा सकती है। श्रीलंका कथित तौर पर संयुक्त अरब अमीरात क्रिकेट बोर्ड से परामर्श करेगा, एक स्थान प्रदान करने का अनुरोध करेगा जहां वह इस टूर्नामेंट की मेजबानी कर सके।
श्रीलंका बोर्ड का यह निर्णय बहुप्रतीक्षित लंका प्रीमियर लीग (LPL) के तीसरे संस्करण के स्थगित करने के कुछ ही दिनों बाद आया है। लंका प्रीमियर लीग का तीसरा सीजन 21 अगस्त से होने वाला था। चूंकि श्रीलंका ने अब मेजबानी करने से इंकार कर दिया है अब यह देखना बाकी है कि, टूर्नामेंट के आयोजन के लिए एसीसी द्वारा किस स्थान को चुना जाएगा। आपको बता दें कि, 2016 के बाद यह दूसरा मौका होगा जब टूर्नामेंट 20 ओवर के प्रारूप में खेला जाएगा।