World Cup 2023: ‘टीम इंडिया के दुश्मन खुद भारतीय हैं’- ये क्या कह रहे हैं Shoaib Akhtar!
शोएब अख्तर ने कहा उन्हें ODI क्रिकेट का कोई भविष्य नहीं नजर आ रहा है।
अद्यतन - अगस्त 18, 2023 4:31 अपराह्न
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज Shoaib Akhtar ने आईसीसी प्रतियोगिताओं में भारतीय क्रिकेट टीम की असफलताओं के पीछे के कारण का खुलासा किया है। शोएब अख्तर ने आगे कहा वह चाहते हैं कि भारत आगामी आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 से ढेर सारा पैसा कमाए, ताकि पाकिस्तान का भला हो सके।
शोएब अख्तर ने रेवस्पोर्ट्ज़ पर बोरिया मजूमदार के साथ बातचीत के दौरान कहा: “आईसीसी इवेंट्स में भारत अधिकांश समय इसलिए नहीं हारता, क्योंकि उनके पास प्रतिभा की कमी है, बल्कि मीडिया द्वारा बनाए गए दबाव के कारण हारता है। ‘हमारी स्पॉन्सरशिप खत्म हो जाएगी, हमारा पैसा फंस गया है’ और ऐसी बहुत सी बातें कही जाती हैं, जो मीडिया पर अत्यधिक दबाव बनाती हैं, और फिर प्लेयर्स इसमें फंस जाते हैं।
इतना दबाव कौन बनाता है? – Shoaib Akhtar
मैं भारतीय मीडिया और आपसे (बोरिया मजूमदार) से कहना चाहूंगा कि भारतीय क्रिकेट टीम के बारे में सोचें और अनावश्यक दबाव न बनाए। आप सब इतना दबाव बनाते हैं, ऐसा क्यों करते हैं? आप ऐसा कैसे करते हैं? ऐसा क्यों किया जाए है, हम अच्छी तरह से जानते हैं क्योंकि हम अंदरूनी लोग हैं। लेकिन टीम इंडिया पर दबाव बढ़ाना गलत बात है। मैं पिछले साल दुबई में एक भारतीय चैनल के साथ एक शो कर रहा था।
उन्होंने हर चीज को नीला रंग दिया, उन्होंने सारे स्टेडियम खरीद लिए, और वे केवल एक ही चीज के बारे में बात कर रहे थे, ‘टीम इंडिया, आप पाकिस्तान को मात देने जा रहे हैं।’ इतना दबाव कौन बनाता है? जब आप हमें [पाकिस्तान] को कम आंकते हैं, तो दबाव हम पर नहीं होता। अब हम क्या करने वाले हैं? हम कहते हैं- ‘अरे सुनो दोस्तों, हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं है। बस वहां जाओ और जीतकर आओ’।”
‘भारत इस वर्ल्ड कप 2023 से ढेर सारा पैसा कमाएगा’
ODI क्रिकेट के भविष्य के बारे में बात करते हुए पाकिस्तानी दिग्गज ने कहा: “मुझे उम्मीद है कि आगामी वनडे वर्ल्ड कप 2023 आखिरी नहीं होगा, क्योंकि मुझे 50 ओवर के क्रिकेट का कोई भविष्य नहीं नजर आ रहा है। यह सबसे खूबसूरत और सबसे अद्भुत वर्ल्ड कप होने वाला है, जहां भारत ढेर सारी कमाई करेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि भारत इस वर्ल्ड कप 2023 से ढेर सारा पैसा कमाएगा और मैं भी ऐसा ही चाहता हूं क्योंकि भारत से जो राजस्व आईसीसी को जाता है, उसका एक हिस्सा पाकिस्तान को आता है, और इससे युवा घरेलू क्रिकेटरों को फीस देने में मदद मिलती है।”