कुलदीप यादव को धोनी और पंत में नहीं दिखता फर्क, खेलने के लिए कर रहे हैं झूठी तारीफ - क्रिकट्रैकर हिंदी

कुलदीप यादव को धोनी और पंत में नहीं दिखता फर्क, खेलने के लिए कर रहे हैं झूठी तारीफ

आईपीएल के मौजूदा सीजन में 27 वर्षीय कुलदीप ने अब तक 13 विकेट चटकाए हैं।

Kuldeep Yadav, MS Dhoni & Kuldeep Yadav (Photo Source: Twitter)
Kuldeep Yadav, MS Dhoni & Kuldeep Yadav (Photo Source: Twitter)

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 अब तक कुलदीप यादव ने सिर्फ सात मैचों में 13 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया है। बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर के लिए यह सीजन काफी अच्छा जा रहा है क्योंकि उन्हें पिछले कुछ सत्रों में कोलकाता नाइट राइडर्स की प्लेइंग इलेवन में ज्यादा मौके नहीं मिले थे। हालांकि, उनकी नई फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स ने इस बीच उनको पूरा समर्थन दिया है और शायद इसी वजह से कुलदीप इस सीजन बेहतरीन गेंदबाजी भी कर रहे हैं।

27 वर्षीय ने अपने शानदार प्रदर्शन के लिए डीसी कप्तान ऋषभ पंत को श्रेय दिया और यहां तक ​​कि उनकी तुलना महान एमएस धोनी से भी की। आपको बता दें कि, जब तक धोनी स्टंप्स के पीछे थे, तब तक कुलदीप ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया। धोनी युवा स्पिनर को मैच के दौरान कुछ अहम सुझाव देते थे और उसका परिणाम भी उन्हें मैदान पर देखने को मिलता था। और जैसे ही धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हुए कुलदीप भी गेंदबाजी में फीके नजर आने लगे।

आईपीएल में मेरे प्रदर्शन का श्रेय ऋषभ को भी जाता है- कुलदीप यादव

स्टार स्पिनर ने हाल ही में ऋषभ पंत को लेकर कहा था कि, विकेट के पीछे से वो उनकी वैसे ही मदद करते हैं जैसे धोनी किया करते थे। दिल्ली कैपिटल्स द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज में कुलदीप ने कहा कि,  “मुझे लगता है कि विकेट के पीछे ऋषभ पंत, महेंद्र सिंह धोनी के चरित्र की कुछ झलक दिखा रहा है. वह अच्छी तरह मार्गदर्शन करता है और मैदान पर धैर्यवान रहता है। स्पिनरों की सफलता में विकेटकीपर की बड़ी भूमिका होती है।”

कुलदीप ने आगे यह भी कहा कि, “आईपीएल में मेरे प्रदर्शन का श्रेय ऋषभ को भी जाता है। हमारे बीच अब अच्छी समझ है।” इस बीच युवा स्पिनर ने यह भी कहा कि दिल्ली कैपिटल्स के सहायक कोच शेन वॉटसन ने उन्हें खेल के मानसिक पहलू में मदद की है।

उन्होंने कहा कि, “शेन वाटसन ने मेरी काफी मदद की। मैं काफी भाग्यशाली हूं कि मैंने वाटसन के साथ तीन-चार सत्र काम किया। उन्होंने मेरे साथ मुख्य रूप से खेल के मानसिक पहलू पर काम किया।”

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