टीम इंडिया के युवा खिलाड़ी यशस्वी जयसवाल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में केवल 50 रन ही बना पाए। इस दौरे पर उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जो सलामी बल्लेबाज के अनुसार उन्हें एक क्रिकेटर के रूप में आगे बढ़ने में मदद करेगा। 22 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि, यह उनके लिए एक ‘सीखने का अनुभव’ था। इस सीरीज के बाद अब वो खुद को और बेहतर करने पर ध्यान देंगे।
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उन्होंने अपनी सकारात्मक मानसिकता के लिए कप्तान रोहित शर्मा को भी श्रेय दिया। जायसवाल आक्रामक क्रिकेट खेलने के लिए जाने जाते हैं और अब तक उन्होंने जितने भी टेस्ट मैच खेले हैं वहां उसी तरह से खेला है। उन्होंने कहा कि सेंचुरियन में पहला मैच हारने के बाद लक्ष्य केपटाउन में काम पूरा करना था, जिसके लिए उन्होंने टीम को अच्छी शुरुआत देने की योजना बनाई थी और आक्रामक क्रिकेट खेलने के पीछे का कारण बताया।
रोहित शर्मा की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं यशस्वी जायसवाल
RevSportz के हवाले से यशस्वी जायसवाल ने कहा कि, “यह दौरा मेरे लिए सीखने वाला अनुभव रहा। अलग माहौल और हर मायने में यह एक सुखद अनुभव रहा। मुझे जो सुधार करने की आवश्यकता है उसके बारे में यहां सीखा। यहां गेंद अलग तरह से आती है और मैंने अपना सब कुछ देने की कोशिश की। यह अनुभव मुझे अच्छी स्थिति में रखेगा क्योंकि मैं सीख रहा हूं और मैं अगली सीरीज के दौरान सुधार करने का प्रयास करूंगा।”
उन्होंने आगे कहा कि, “रोहित शर्मा मुझे सकारात्मक मानसिकता बनाए रखने में मदद करते हैं, और हमें नई गेंद के खिलाफ तेजी से रन बनाने की जरूरत है। मैं बस एक अच्छी शुरुआत देना चाहता था और मेरे दिमाग में बस यही था क्योंकि हमें मैच जीतना था।”
जायसवाल ने अंत में यह भी कहा कि उनके पास खेलने की कई शैलियां हैं और वह टीम की आवश्यकता के अनुसार बदलाव कर सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि, वह टेस्ट मैच के पहले दिन उस समय की तुलना में अलग तरह से बल्लेबाजी करेंगे जब 70 रनों की जरूरत होती है।