दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टेस्ट सीरीज से बाहर होने के बाद रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा ने NCA में शुरू की रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया
रोहित शर्मा को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए टेस्ट टीम का उप-कप्तान नियुक्त किया गया था, लेकिन हैम्सट्रिंग इंजरी की वजह से उन्हें बाहर होना पड़ा।
CricTracker जूनियर स्टाफ लेखिका
अद्यतन - दिसम्बर 17, 2021 7:02 अपराह्न
भारतीय क्रिकेट टीम के नए लिमिटेड ओवर्स कप्तान रोहित शर्मा जो दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने वाली टेस्ट टीम के उप-कप्तान भी नियुक्त किए गए थे। वह टीम के दौरे पर रवाना होने से पहले हैम्सट्रिंग इंजरी की वजह से पूरी टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए। वहीं इससे पहले ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा भी अनफिट होने के वजह से इस दौरे पर नहीं जा सके। जिसके बाद अब दोनों ही खिलाड़ी रिहैबिलिटेशन की प्रक्रिया की लिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) पहुंच चुके हैं।
खबरों के अनुसार रोहित शर्मा को मुंबई में अभ्यास सत्र के दौरान इंजरी हुई थी। जिसके बाद उनकी जगह पर भारतीय-ए टीम के साथ दक्षिण अफ्रीका का दौरा करने वाले ओपनिंग बल्लेबाज प्रियंक पांचाल को टीम में शामिल किया गया। भारतीय टीम को अफ्रीका में 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच 26 दिसंबर को सेंचुरियन के मैदान पर खेलना है।
रोहित शर्मा को पूरी तरह फिट होने में लगेंगे 3 से 4 हफ्ते
फर्स्टपोस्ट की एक खबर के अनुसार रोहित शर्मा की फिटनेस को लेकर बात की जाए तो उन्हें इस इंजरी से पूरी तरह से फिट होने में कम से कम 3 से 4 हफ्तों का समय लगेगा। इसी कारण चयनकर्ताओं ने दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर होने वाली 3 मैचों की वनडे सीरीज को लेकर अभी तक टीम का ऐलान नहीं किया है।
रोहित शर्मा को 8 दिसंबर को विराट कोहली की जगह पर भारतीय लिमिटेड ओवर्स टीम का नया नियमित कप्तान नियुक्त किया गया है। वहीं टेस्ट कप्तान कोहली ने रोहित को इस सीरीज में ना खेल पाने को लेकर कहा टीम में उनकी कमी को जरूर महसूस किया जाएगा। लेकिन यह लोकेश राहुल और मयंक अग्रवाल के पास खुद को साबित करने का एक शानदार मौका भी है।
कोहली ने अफ्रीका दौरे पर रवाना होने से पहले रोहित शर्मा को लेकर प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि, हम रोहित की कमी जरूर महसूस होगी, जिसमें उन्होंने इंग्लैंड में खुद को पूरी तरह साबित किया था। जिससे साफ पता चलता है कि रोहित ने अपने टेस्ट गेम में काफी अधिक सुधार किया है। लेकिन साथ ही मैं यह भी कहना चाहता हूं कि यह मयंक और लोकेश के लिए अधिक जिम्मेदारी लेने का मौका होने के साथ खुद को साबित करने का भी शानदार मौका है।