शार्दुल ठाकुर ने बताया कब उन्होंने अपनी बल्लेबाजी को गंभीरता से लेना शुरू किया

पिछले कुछ समय से शार्दुल ठाकुर अपने बल्ले से आग उगल रहे हैं।

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Shardul Thakur (Photo by DANIEL LEAL-OLIVAS/AFP via Getty Images)

इंग्लैंड दौरे पर शानदार प्रदर्शन करने वाले टीम इंडिया के ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने अपनी बल्लेबाजी को लेकर खुलकर बात की है। इंग्लैंड सीरीज के दौरान उन्होंने अपने बल्लेबाजी से क्रिकेट फैंस और तमाम क्रिकेट विशेषज्ञों को हैरान कर दिया था। इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया सीरीज में शानदार प्रदर्शन करने के बाद इंग्लैंड सीरीज में भी उन्होंने अपने ऑलराउंड खेल का प्रदर्शन दिखाया और भारत की जीत में अपना अहम योगदान दिया।

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शार्दुल ठाकुर ने बताया कि कब उन्होंने अपनी बल्लेबाजी पर गंभीरता से काम करना शुरू किया। हाल ही में इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान शार्दुल ने अपने करियर को लेकर कुछ अहम बातें कही है।

शार्दुल ठाकुर ने कब बल्लेबाजी को गंभीरता से लेना शुरू किया?

अपनी बल्लेबाजी को गंभीरता से लेने के सवाल पर शार्दुल ठाकुर ने कहा कि, “जब मैं दो साल पहले एंकल इंजरी का शिकार हुआ था, तब मैंने फैसला किया था कि मुझे अपनी बल्लेबाजी को गंभीरता से लेना है। मेरे अंदर वो क्षमता थी और मैं निचले क्रम में अपना योगदान देना चाहता था। मैंने अपने आप से कहा कि कुछ भी हो जाए, बल्लेबाजी में अच्छा करना है। उससे पहले मेरे पास कुछ मौके आए थे लेकिन मैं उस वक्त बल्ले से अपना योगदान नहीं दे पाया था। मैंने अपने आप से कहा कि ऐसा नहीं चलेगा।”

थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट के साथ बल्लेबाजी में किया सुधार

शार्दुल ठाकुर ने अभ्यास के बारे में बात करते हुए कहा कि, “अगर कोई खिलाड़ी निचेल क्रम में योगदान देता है तो फिर इससे काफी मदद मिलती है। कई बार 40-50 रन काफी बड़ा फर्क पैदा कर देते हैं। जब मैंने भारतीय टीम में वापसी की थी तो थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट रघु और नुवान के साथ अभ्यास किया था। शुरुआत में गति की वजह से मैं उन्हें नहीं खेल पा रहा था। इसके बाद मैंने अपने फुटवर्क पर काम किया और धीरे-धीरे मेरी बल्लेबाजी बेहतर होती चली गई।”

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