शिखर धवन असफलता के दौर में भी हैं वर्ल्ड कप खेलने के मज़बूत दावेदार, ये हैं तीन कारण

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वन डे क्रिकेट में भारत के सलामी बल्लेबाज़  शिखर धवन का फॉर्म भारतीय टीम के लिए चिंता का विषय है। भारतीय टीम की सलामी जोड़ी के रूप में रोहित शर्मा और शिखर धवन की सफलता हम  सभी जानते हैं,  लेकिन वर्ल्ड कप से पहले शिखर धवन का कमज़ोर फॉर्म भारतीय टीम का सिर दर्द बना हुआ है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज़ के तीसरे वनडे में भी धवन फ्लॉप रहे।

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इस समय धवन टीम इंडिया की कमज़ोर कड़ी साबित हो रहे हैं और वर्ल्ड कप से पहले यह सवाल उठ रहा है  कि खराब फॉर्म में चल रहे धवन को वर्ल्ड कप टीम में चुना जाए या फिर रोहित के लिए नया पार्टनर तलाश करना होगा? इस सवाल का जवाब आप और हम तो तलाश कर ही रहे हैं, साथ ही चयनकार्ताओं के लिए भी यह माथापच्ची है।

इन सभी बातों से अलग 3 कारण ऐसे नज़र आ रहे हैं, जिन्हें अगर गहराई से समझा जाए तो यह अंदाज़ा लगाना आसान होगा कि  धवन को वर्ल्ड कप टीम से बाहर रखना बहुत मुश्किल होगा।

पहला  कारण

धवन चाहे खराब फॉर्म में हों, लेकिन वर्ल्ड कप टीम में वे ही खेलेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि धवन का खराब फॉर्म एक अल्पकालिक समस्या है और ऐसे दौर से धवन ने पहले भी कई बार वापसी की है। वे जल्द ही फॉर्म में लौट सकते हैं।

दूसरा कारण

इसके अलावा धवन का आईसीसी टूर्नामेंट में बहुत अच्छा रिकॉर्ड है। वे आईसीसी टूर्नामेंट में अब तक 18 पारियों में 1113 रन बना चुके हैं और इस दौरान उनका औसत 65.5 रहा है। धवन को वर्ल्ड कप से पहले टीम से बाहर करना जोखिम भरा फैसला हो सकता है।

तीसरा कारण

इसके अलावा बात यह भी है कि वर्ल्ड कप में अगर धवन पारी की शुरुआत नहीं करेंगे तो विकल्प क्या हैं? केएल राहुल खुद फॉर्म में नहीं हैं। 2017 से उन्होंने 9 पारियों में 15. 10 की औसत से 121 रन ही बनाए हैं।

इस सभी बिंदुओं पर गौर करने पर यह कहा जा सकता है कि धवन का वर्ल्ड कप में खेलने का दावा बहुत  मज़बूत है। अगर धवन नहीं तो फिर कौन है जो रोहित शर्मा का इतना विश्वसनीय साथी साबितहो सके।

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