पाकिस्तान के महान स्पिनर अब्दुल कादिर, वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपॉल और इंग्लैंड की महिला वर्ल्ड कप विजेता कप्तान चार्लोट एडवर्ड्स को आईसीसी हॉल ऑफ फेम शामिल किया गया है। आईसीसी ने 8 नवंबर को घोषणा की कि कादिर, चंद्रपॉल और एडवर्ड्स को एक मतदान प्रक्रिया के बाद प्रतिष्ठित सूची में शामिल किया गया है, और इस मतदान प्रक्रिया में मौजूदा हॉल ऑफ फेमर्स, मीडिया प्रतिनिधि और FICA और आईसीसी के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
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शिवनारायण चंद्रपॉल, चार्लोट एडवर्ड्स और अब्दुल कादिर को आईसीसी हॉल ऑफ फेम की लिस्ट में क्रमशः 107, 108 और 109 नंबर दिया गया है। आईसीसी ने कहा इन तीन नए हॉल ऑफ फेमर्स को 9 नवंबर को सिडनी में न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2022 के पहले सेमीफाइनल से पहले एक विशेष प्रेजेंटेशन सेरेमनी में सम्मानित किया जाएगा।
नए हॉल ऑफ फेमर्स इस सम्मान को पाकर हैं बेहद खुश
शिवनारायण चंद्रपॉल ने इस सम्मान पर कहा: “कई दिग्गजों और अन्य महान क्रिकेटरों के नक्शेकदम पर चलना एक अद्भुत सम्मान है। मैं इस सम्मान के लिए बहुत आभारी हूं और मैं अपने परिवार, दोस्तों और सबसे महत्वपूर्ण वेस्टइंडीज के क्रिकेट प्रशंसकों और दुनिया भर के प्रशंसकों के साथ इस पल का आनंद लेना चाहता हूं, जिन्होंने पूरे करियर के दौरान मेरा सपोर्ट किया।”
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वहीं इंग्लैंड की 2009 वनडे और टी-20 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान चार्लोट एडवर्ड्स ने कहा: “मैं इस सम्मान के लिए आईसीसी को धन्यवाद देना चाहूंगी। आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होना बहुत बड़ा सम्मान है, जहां पहले ही खेल के महान दिग्गजों को शामिल किया जा चुका है। मैं इस पल को अपने परिवार और दोस्तों, अपने साथियों और उन सभी कोचों के साथ जीना चाहती हूं जिन्होंने मेरा सपोर्ट किया और मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहती हूं। मुझे अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के हर मिनट से प्यार है, और मैं आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने पर बेहद खुश हूं।”
उस्मान कादिर, दिवंगत दिग्गज अब्दुल कादिर के बेटे और वर्तमान पाकिस्तान क्रिकेटर ने कहा: “मैं अपने परिवार की ओर से मेरे पिता को हॉल ऑफ फेम में शामिल करने के लिए नामित करने के लिए आईसीसी को बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं। इस खबर को सुनना हमारे परिवार के लिए बहुत बड़े सम्मान की बात है, और हम इसे एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखते हैं, और आज मेरे पिता को इस बात पर बहुत गर्व होता, अगर वह आज भी हमारे साथ होते।”