आर श्रीधर ने साल 2019 में दक्षिण अफ्रीका दौरे को लेकर हनुमा विहारी से जुड़े हैरान कर देने वाले किस्से का किया खुलासा

पूर्व भारतीय फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने हनुमा विहारी को लेकर एक दिलचस्प किस्से के बारे में खुलासा किया है। 

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Ramakrishnan Sridhar. (Photo by Visionhaus/Getty Images)

भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाज हनुमा विहारी भारत के उन अनसंग क्रिकेट नायकों में से एक हैं, जिन्होंने टीम को जब भी जरुरत पड़ी अपना दायित्व पूरा किया, और हमेशा से ही टीम को खुद से ऊपर रखा है, और टीम के हितो को ध्यान में रखते हुए अपनी इच्छाओं का कभी-कभी त्याग भी किया।

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वह भारतीय टीम के हित को हमेशा खुद से आगे रखते हैं, और यहां तक कि उन्हें अपनी जगह गंवाने की भी फिक्र नहीं रहती है। हालांकि, हनुमा विहारी को टीम इंडिया में दिग्गज खिलाड़ियों की मौजूदगी के चलते प्लेइंग XI में ज्यादा मौके नहीं मिल पाते हैं। हाल ही में टीम के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने हनुमा विहारी को लेकर एक दिलचस्प किस्से के बारे में खुलासा किया है।

हनुमा विहारी खुद से टीम को रखते है आगे: आर श्रीधर

2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज को याद करते हुए श्रीधर ने बताया किस तरह हनुमा विहारी ने भारतीय टीम को पहले रखा, उन्होंने टीम के संतुलन और भलाई के लिए खुद को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखने की वकालत तक कर दी थी। उन्होंने बताया भारतीय बल्लेबाज ने खुद को टीम के फायदे के लिए दो मैचों में बाहर बिठाने की वकालत की थी। बता दें, हनुमा विहारी ने अब तक 13 टेस्ट मैचों में 34.20 की औसत से 684 रन बनाए हैं।

आर श्रीधर ने Cricbuzz के हवाले से बताया: “साल 2019 में वाइजैग टेस्ट के दौरान, मुझे याद है कि हनुमा विहारी मेरे पास आए और कहा कि सर मुझे इस टेस्ट मैच में और अगले टेस्ट मैच में नहीं खेलना चाहिए। हनुमा ने वह टेस्ट इसलिए खेला था क्योंकि उन्होंने जमैका में पिछले टेस्ट में शतक बनाया था। भारत में, हम कुछ संयोजनों के साथ खेलते हैं… हमने तब भी पांचवें दिन वह टेस्ट मैच जीता था, लेकिन हमें वहां पहुंचाने के लिए मोहम्मद शमी की क्लास लेनी पड़ी और उनसे तगड़ा प्रदर्शन करवाना पड़ा था।”

उन्होंने आगे कहा, “विहारी मेरे पास आए और कहा ‘सर, अगला टेस्ट मुझे नहीं खेलना चाहिए। हमें एक अतिरिक्त गेंदबाज के साथ खेलना चाहिए क्योंकि जिस तरह से हम बल्लेबाजी कर रहे हैं, हमें 6 बल्लेबाजों की जरूरत नहीं है। उस सीरीज में रोहित शर्मा और मयंक अग्रवाल शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे और यह उनका भारत में पहला टेस्ट भी था। हनुमा विहारी जानते थे कि टीम का कप्तान हमेशा टीम को अपने से आगे रखेगा। वह ये सब समझता है।”

 

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