भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के प्रति मैच राशि में भारी वृद्धि के कारण भारतीय खिलाड़ियों पर प्रतिकूल प्रभाव से इनकार किया है। भारत के पूर्व कप्तान ने इस संभावना से इनकार किया कि युवा भारतीय खिलाड़ी पैसे के कारण देश के लिए खेलने की तुलना में आईपीएल (IPL) में अनुबंध पाने पर अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे।
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हाल ही में, बीसीसीआई (BCCI) ने आईपीएल (IPL) के अगले पांच सालों के मीडिया अधिकारों की नीलामी से 48,390 करोड़ रूपए कमाए, जिससे आईपीएल (IPL) के एक मैच की कीमत 118.02 करोड़ रूपए हो गई है। अब आईपीएल (IPL) प्रति मैच मूल्य के मामले में संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के नेशनल फुटबॉल लीग (NFL) के बाद दुनिया की दूसरी सबसे महंगी लीग बन गई है।
मुझे नहीं लगता खिलाड़ी सिर्फ पैसों के लिए खेलेंगे: सौरव गांगुली
सौरव गांगुली ने टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से कहा: “सबसे पहली बात मैं आपको साफ कर दूं कि पैसों को प्रदर्शन से कभी नहीं जोड़ा जा सकता है। ऐसा नहीं है कि पहले हमें पैसा नहीं मिलता था, सुनील गावस्कर के समय से लेकर अनिल कुंबले और राहुल द्रविड़ तक, हम सभी खिलाड़ियों को उतना ही पैसा मिलता था, जितना आज के खिलाड़ियों को मिल रहा है। लेकिन क्या इससे कभी हमारे प्रदर्शन पर कोई प्रभाव पड़ा, या फिर क्रिकेट को लेकर क्या हमारा कभी जूनून कम नहीं हुआ। मुझे नहीं लगता कि खिलाड़ी सिर्फ पैसों के लिए खेलेंगे।”
बीसीसीआई के अध्यक्ष ने आगे कहा: “खिलाड़ी भारत का प्रतिनिधित्व करने का गौरव हासिल करने के लिए खेलते हैं। इसके अलावा वे खुद को साबित करने, क्रिकेट खेलते हुए वे जो रुतबा और कद हासिल करते है, उसके लिए खेलते है। मेरा मानना है कि हर खिलाड़ी बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट जीतना चाहेगा।”
सौरव गांगुली ने कहा आईपीएल 2023-2027 के मीडिया अधिकारों की नीलामी से मिले पैसों से बीसीसीआई (BCCI) को और भी मजबूत बुनियादी ढांचा तैयार करने में मदद मिलेगी, जिससे अधिक से अधिक बच्चे क्रिकेट से जुड़ेंगे क्योंकि अब यह एक उचित करियर विकल्प बन गया है।