दक्षिण अफ्रीका को शक था कि डरबन टेस्ट से पहले ऑस्ट्रेलिया गेंद से छेड़छाड़ कर रहा था: फाफ डु प्लेसिस
डु प्लेसिस ने लिखा, "डरबन में पहले टेस्ट के दौरान, ऑस्ट्रेलियाई तेज आक्रमण ने गेंद को पूरी तरह से बदल दिया था।"
अद्यतन - अक्टूबर 25, 2022 3:42 अपराह्न
दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलियाई के बीच मार्च 2018 में न्यूलैंड्स केप टाउन में हुए तीसरे टेस्ट मैच को लेकर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने बड़ा खुलासा किया है। बता दें कि इस टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने गेंद से छेड़छाड़ की थी और इसके बाद उन खिलाड़ियों पर कड़ा एक्शन लिया गया था।
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व अनुभवी बल्लेबाज और कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने इस टेस्ट मैच के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम द्वारा कुख्यात बॉल टेंपरिंग की घटना को याद करते हुए बड़ा खुलासा किया है। बता दें कि फाफ ने ये सारी जानकारी ‘फाफ: थ्रू फायर’ नामक अपनी पुस्तक में दी है।
ऑस्ट्रेलियाई पेस अटैक ने गेंद को पागलपन से बदल दिया था: फाफ डु प्लेसिस
पूर्व अनुभवी बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस ने अपनी पुस्तक में लिखा कि, वह महसूस कर सकते थे कि ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों, विशेष रूप से मिचेल स्टार्क ने शुरुआती टेस्ट के दौरान डरबन की खराब विकेट पर गेंद से छेड़छाड़ की थी, जिससे गेंद खेलने लायक नहीं रही। साथ ही उन्होनें कहा कि दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने रिवर्स स्विंग निकाली, लेकिन यह ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की स्विंग की मात्रा के बराबर नहीं थी।
फाफ ने अपनी किताब में कहा कि डरबन में पहले टेस्ट के दौरान, ऑस्ट्रेलियन पेस अटैक को जबरदस्त रिवर्स स्विंग मिली। मिशेल स्टार्क को 9 विकेट मिले और में भले ही स्टार्क को दुनिया के बेस्ट रिवर्स स्विंग कराने वालों में एक के तौर पर गिनता हूं लेकिन डरबन में उन्होंने कुछ ऐसी गेंदे फेंकी जो खेली ही नहीं जा सकती थी।
उन्होंने (फाफ) ने कहा ‘वह (मिचेल स्टार्क) बुरी तरह से खराब हुई गेंद के साथ विकेट के आसपास आ जाता था और उसे हमारे सामने से घेर लेता था। हमारी गेंदें भी स्विंग कर रही थीं, लेकिन उतनी नहीं जितनी उनकी’
गौरतलब है कि साउथ अफ्रीका के केप टाउन हुए इस टेस्ट मैच के दौरान, टेलीविजन कैमरों ने कैमरून बैनक्रॉफ्ट को सैंडपेपर से गेंद से छेड़छाड़ (बॉल टेंपरिंग) करते हुए दिखाया था। उस समय टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ और उनके डिप्टी डेविड वार्नर को भी इस घटना में शामिल पाया गया था, जिसके परिणामस्वरूप तीनों को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) द्वारा गंभीर रूप से दंडित किया गया था।
स्टीव स्मिथ और वार्नर पर लगा था आजीवन बैन
बता दें कि इस घटना के बाद स्मिथ ने स्वीकार किया कि यह घटना एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उनकी देखरेख में हुई और यह कहते हुए कि उन्हें अपने कार्यों पर गर्व नहीं है, कहते हुए रो पड़े। इसके बाद बैनक्रॉफ्ट को नौ महीने का निलंबन मिला और उन पर मैच फीस का 75% जुर्माना लगाया गया।
वहीं स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर को उनकी कप्तानी से हटाया और 12 महीने का क्रिकेट से प्रतिबंध लगाया, इसके अलावा स्मिथ पर मैच फीस का 100% जुर्माना भी लगाया गया था और उन पर दो साल का नेतृत्व (कप्तानी) प्रतिबंध लगाया गया था, जबकि वार्नर को आजीवन नेतृत्व (कप्तानी) प्रतिबंध दिया गया था।