दक्षिण अफ्रीका ने भारत को पहले टेस्ट मैच में हराने के बाद ये रिकॉर्ड किये अपने नाम
अद्यतन - जनवरी 9, 2018 12:01 अपराह्न
दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच चल रही तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच दक्षिण अफ़्रीकी की टीम ने 72 रन से जीत लिया. इस पहले टेस्ट मैच में तीसरे दिन का खेल बारिश के कारण रदद् हो गया था जिसके बाद जब चौथे दिन का खेल शुरू हुआ तो ये बात तय हो गयीं थी कि ये टेस्ट मैच आखिरी दिन तक नहीं जाएगा और ऐसा ही हुआ.
दक्षिण अफ्रीका की टीम पहले ही सेशन में सिर्फ 130 रन बनाकर आलआउट हो गयीं इसके बाद भारतीय टीम के सामने इस पहले टेस्ट को जीतने के लिए 208 रन बनाने थे लेकिन भारतीय बल्लेबाज पहली पारी की तरह इस पारी में भी ढेर हो गए और पूरी टीम दूसरी पारी में सिर्फ 135 रन बनाकर आलआउट हो गयीं.
पहले टेस्ट मैच के खत्म होने के बाद ये रिकॉर्ड बने
- ऐसा पहली बार हुआ है कि भारतीय टीम से एक ही टेस्ट मैच में खेलने वाले चारों तेज गेंदबाजों ने कम से कम तीन-तीन विकेट हासिल किये हो.
- फाफ ड्यू प्लेसिस ने भारत के खिलाफ 12 टेस्ट पारियों में 4 बार जीरों पर आउट हो चुके है और वे उस मामले में सबसे अधिक भारत के खिलाफ जीरों पर आउट होने के रिकॉर्ड हासिम अमला और मखाया नतिनी के साथ बराबरी पर आ गये हैं.
- रिद्धिमान साहा पहले ऐसे भारतीय विकेटकीपर बन गयें है जिन्होंने किसी एक टेस्ट मैच मैच सबसे अधिक शिकार किये हों उनके नाम पर पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले 10 कैच पकडे है. इससे पहले ये रिकॉर्ड भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर महेंद्रसिंह धोनी के नाम पर था जिन्होंने अपने आखिरी टेस्ट मैच में 9 शिकार किये थे. साहा ऐसे पहले भारतीय है जिन्होंने किसी टेस्ट मैच में 9 या उससे अधिक कैच पकडे हो सिर्फ चार खिलाड़ी ही इससे पहले ऐसा कर सके है.
- इस टेस्ट मैच में दोनों टीम के विकेटकीपरों ने मिलकर कुल 16 कैच पकडे है जो सबसे अधिक है इससे पहले चार अलग – अलग टेस्ट मैच में विकेटकीपरों ने 15 कैच पकडे है.
- इस पहले टेस्ट मैच में 37 विकेट तेज गेंदबाजों ने हासिल किये है इस पहले भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच ऑकलैंड में हुए टेस्ट मैच के दौरान 37 विकेट तेज गेंदबाजों ने हासिल किये थे.
- 52 रन पर जीरों से 130 रन पर आलआउट सिर्फ 78 रन के अंदर दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम को आलआउट करके भारतीय टीम ने इतने कम रन में किसी दूसरी टीम को आलआउट करना वो देश के बाहर उसने सबसे कम रन के मामले में दूसरी बार किया है, इससे पहले 1981 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट में 10 विकेट सिर्फ 72 रन पर ले लिए थे और इंग्लैंड के खिलाफ ओवेल टेस्ट 1971 में 78 रन पर उनके 10 विकेट हासिल किये और ये सब भारतीय टीम ने दूसरी पारी में किया था.
- दक्षिण अफ्रीका अपनी दूसरी पारी में सिर्फ 130 रन ह बना सकी और अपने घर पर दूसरी में पारी में 1991 के बाद ये उसका दूसरा सबसे कम स्कोर है. इससे पहले इंग्लैंड की टीम ने 2016 में जोहान्सबर्ग टेस्ट मैच के दौरान दक्षिण अफ्रीका को 83 रन पर आलआउट कर दिया था और ऑस्ट्रेलिया ने भी 1997 में जोहान्सबर्ग टेस्ट में अफ्रीका को 130 रन पर आलआउट किया था.
- टेस्ट मैच ये भारत के सामने 208 रन का तीसरा सबसे कम स्कोर था जब वह इतने कम स्कोर का पीछा कर रही हो और हार गयीं. इससे पहले भारतीय टीम 1997 में ब्रिजटाउन टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ 120 रन और श्रीलंक के खिलाफ 2015 में गाले टेस्ट में 176 रन के टारगेट का पीछा नहीं कर सकी थी.
- दक्षिण अफ्रीका की टीम ने इस पहले टेस्ट मैच में कुल 416 रन बनांये और इस टेस्ट मैच को जीत गयें और ऐसा दूसरी बार हुआ है कि इतने कम रन बनाने के बाद उन्हें टेस्ट में जीत हासिल हुईं हो. इससे पहले टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 1994 में सिडनी टेस्ट के दौरान सिर्फ 408 रन बनाकर हरा दिया था.
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