इंग्लैंड के खिलाफ सिडनी टेस्ट मैच में स्टीव स्मिथ की गेंदबाजी को देखकर आखिर क्यों माइक हसी को याद आया भारत के खिलाफ यह मैच

2007 में सिडनी टेस्ट में माइकल क्लार्क ने एक ओवर में तीन विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया को ऐतहासिक जीत दिलाई थी।

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Michael Hussey. (Photo by Ryan Pierse/Getty Images)

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच में एशेज 2021-22 सीरीज का चौथा मैच सिडनी क्रिकेट मैदान में खेला गया। जिसमें इंग्लैंड टीम ने अपनी लगातार चले आ रहे 3 हार के सिलसिले को यहां पर खत्म करते हुए मैच को ड्रॉ कराने में सफल रही। इस टेस्ट मैच में वह सबकुछ देखने को मिला जिसके लिए टेस्ट क्रिकेट का रोमांच एक अलग स्तर पर हमेशा माना जाता है।

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जहां इंग्लैड के इस प्रदर्शन का कई दिग्गज क्रिकेटर प्रशंसा कर रहें है। वहीं मिस्टर क्रिकेट के नाम से मशहूर, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी माइक हसी के लिए यह मैच कुछ अलग मायनों में यादगार साबित हो रहा है। जिसकी वजह बनकर सामने आ रहें मौजूदा टीम के उप-कप्तान स्टीव स्मिथ। बता दें कि स्टीव स्मिथ ने इस मैच में बल्ले के साथ साथ गेंद से भी अपना कौशल दिखाया था।

दरअसल चौथे टेस्ट मैच के अतिंम दिन खराब रोशनी के कारण अंपायर ने ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों को गेंदबाजी करने से मना कर दिया। जिसके बाद स्टीव स्मिथ को स्पिनर के तौर गेंद थामनी पड़ी। जिस समय वह गेंदबाजी कर रहे थे, ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए दो विकेट की दरकार थी। स्टीव स्मिथ ने शानदार लेग स्पिन का प्रयोग करते हुए। इंग्लिश बल्लेबाज जैक लीच को आउट कर दिया। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया जीत के और करीब पहुंच गयी। लेकिन अंत में जेम्स एंडरसन के डिफेंसिव खेल ने इंग्लैंड को हार से बचा लिया।

माइकल क्लार्क भी कर चुके हैं कुछ ऐसा ही कारनामा

क्रिकबज्ज पर बात करते हुए माइक हसी ने बताया कि जिस प्रकार स्टीव स्मिथ ने अंतिम ओवरों में विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया को जीत के बहुत करीब पहुंचा दिया। ऐसा ही कुछ काम साल 2007 में भारत के खिलाफ सिडनी टेस्ट में माइकल क्लार्क भी कर चुके हैं और ऑस्ट्रेलिया को जीत दिला चुके हैं।

हसी ने बताया कि उस मैच में भारत को मैच ड्रा कराने के लिए आखिरी दिन कुछ ही ओवर और खेलने थे। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने माइकल क्लार्क को गेंद थमाई और क्लार्क ने एक ही ओवर में हरभजन सिंह, आरपी सिंह और इशांत शर्मा को आउट करके ऑस्ट्रेलिया को ऐतिहासिक जीत दिलाने में मदद की। हसी ने आगे बताया कि ऑस्ट्रेलिया इस मैच में जेम्स एंडरसन के अनुभव और सूझबूझ के चलते उस इतिहास को नहीं दोहरा सकी।

बता दें कि माइक हसी 2007 में उस कंगारू टीम के सदस्य थे। वहीं एशेज की बात की जाए तो चौथे टेस्ट की समाप्ति के बाद इंग्लैंड के लिए कुछ सकारात्मक पहलू नजर आ रहे हैं। जिनमें बेन स्टोक्स, जैक क्रॉली और जॉनी बेयरस्टो का फार्म में आना शामिल है।

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