भारतीय टीम को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के हाथों मिली 8 विकेट से हार के बाद उसे चोकर्स का खिताब दिया जाने लगा है। दरअसल साल 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से भारत एक भी आईसीसी खिताब को अपने नाम करने में कामयाब नहीं हो सका है।
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आईसीसी टूर्नामेंट में भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार देखने को मिला है, जिसमें टीम ग्रुप स्टेज को पार करने के साथ नॉकआउट मैचों तक पहुंचने में कामयाब रही है। यहां से ही टीम के लिए समस्या देखी गई है, जिसमें साल 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान के हाथों मिली हार और साल 2019 के वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच में न्यूजीलैंड से मिली हार से यह साबित हो रहा कि टीम ऐसे मैचों में दबाव नहीं झेल पा रही है।
विराट कोहली की टीम तीनों ही फॉर्मेट में शानदार खेल दिखाते हुए द्विपक्षीय सीरीज में शानदार प्रदर्शन करते हुए दिखाई देती है, लेकिन टीम आईसीसी टूर्नामेंट में अपने इसी प्रदर्शन को दोहराते हुए नहीं दिखाई दे रही है। साल 2013 के बाद हुए आईसीसी टूर्नामेंट में टीम खिताब जीतने से सिर्फ 1 या 2 कदम ही दूर रह गई।
अब टीम की आलोचना पर पूर्व भारतीय खिलाड़ी सुरेश रैना ने टीम का बचाव करते हुए न्यूज 24 को दिए अपने बयान में कहा कि साल 1983 वर्ल्ड कप, 2007 टी-20 वर्ल्ड कप और फिर 2011 का वनडे वर्ल्ड कप हमने जीता है, इसलिए हमें चोकर्स कहना गलत होगा। हमें यह समझने की जरूरत है कि खिलाड़ी लगातार कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
हमें खिलाड़ियों को समय देना चाहिए
आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा सुरेश रैना ने अपने बयान में आगे कहा कि अगले 2 सालों में भारत को 3 आईसीसी टूर्नामेंट में खेलना है और मुझे लगता है कि टीम कम से कम एक में जीतने में जरूर कामयाब होगी। हमें खिलाड़ियों को थोड़ा समय देना चाहिए। वहीं टेस्ट चैंपियनशिप की हार पर रैना ने कहा कि यह हार हमें हालात के कारण नहीं बल्कि बल्लेबाजी के दौरान की गई गलतियों के कारण मिली है जिसे हमें आने वाले समय में समझकर सुधारने की कोशिश करनी चाहिए।