'आप अपना गेम एन्जॉय करें'- अर्जुन तेंदुलकर को कपिल देव की महत्वपूर्ण सलाह - क्रिकट्रैकर हिंदी

‘आप अपना गेम एन्जॉय करें’- अर्जुन तेंदुलकर को कपिल देव की महत्वपूर्ण सलाह

अर्जुन को लेकर मुंबई के गेंदबाजी कोच ने कहा था कि उन्हें अभी सीखने की जरूरत है।

Arjun Tendulkar. (Image Credit- Twitter)
Arjun Tendulkar. (Image Credit- Twitter)

भारत के पूर्व ऑलराउंडर कपिल देव ने अर्जुन तेंदुलकर को सलाह दी है कि उन्हें अपने खेल में ध्यान देना चाहिए। साथ ही उन्होंने सबसे अनुरोध की है कि अर्जुन की तुलना उनके पिता (सचिन तेंदुलकर) के साथ ना की जाए। बता दें, अर्जुन तेज गेंदबाज ऑलराउंडर हैं, जिन्हें IPL 2022 के मेगा ऑक्शन में मुंबई इंडियंस (MI) ने 30 लाख रुपए में अपनी टीम में शामिल किया था।

अर्जुन तेंदुलकर MI के साथ IPL 2021 से जुड़े हुए हैं लेकिन उन्होंने अभी तक इस फ्रेंचाइजी के लिए एक भी मुकाबला नहीं खेला है। MI के गेंदबाज कोच शेन बॉन्ड ने हाल ही में अर्जुन तेंदुलकर को लेकर अपना बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि अर्जुन को अभी भी अपनी बल्लेबाजी और फील्डिंग में काफी सुधार करना पड़ेगा। इस बीच कपिल देव ने कहा है कि ‘तेंदुलकर’ सरनेम होने का लाभ भी है और नुकसान भी।

अर्जुन तेंदुलकर के ऊपर अभी से ज्यादा दबाव ना डालें: कपिल देव

बता दें, इस सीजन में मुंबई ने तमाम युवा खिलाड़ियों को अपनी टीम में शामिल किया था। टिम डेविड, डेवाल्ड ब्रेविस और कुमार कार्तिकेय को टीम ने कई मौके दिए लेकिन अर्जुन को लगातार दूसरे सीजन में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। कपिल देव का यह भी मानना है कि, अगर अर्जुन अपने पिता का आधा भी हासिल कर पाते हैं तो उससे बेहतर कुछ नहीं होगा।

शो ‘अनकट’ में कपिल ने कहा कि, सब लोग अर्जुन के बारे में क्यों बात कर रहे हैं? क्योंकि वो सचिन तेंदुलकर का बेटा है इसलिए। अर्जुन को अपना खेल खुद खेलने दें और उनकी तुलना सचिन से ना करें। तेंदुलकर सरनेम होने के अपने लाभ और नुकसान दोनों हैं। डॉन ब्रैडमैन के बेटे ने भी अपना नाम बदल लिया था क्योंकि वो उस दबाव को नहीं झेल पा रहे थे। उन्होंने अपना सरनेम बदल लिया था क्योंकि सबको लगा कि वो भी डॉन ब्रैडमैन जैसे खेलेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि, अर्जुन पर दबाव न बनाएं। वह युवा लड़का है। हम उनसे कुछ भी कहने वाले कौन होते हैं, जब उनके पास महान सचिन तेंदुलकर पिता के रूप में हैं। इसके बावजूद मैं उनसे एक चीज कहना चाहूंगा। आप अपने खेल का मजा लीजिए। आपको कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है। अगर आप अपने पिता का आधा भी हासिल कर पाते हैं तो उससे बेहतर कुछ नहीं होगा। जब भी तेंदुलकर सरनेम दिखता है तो हमारी उम्मीदें बढ़ जाती हैं, क्योंकि सचिन इतने बेहतरीन खिलाड़ी थे।

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