सचिन तेंदुलकर को बिल्कुल भी पसंद नहीं है DRS नियम, बताई इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह

सचिन तेंदुलकर ने कहा कि, मैं मौजूदा DRS नियम के पूरी तरह खिलाफ हूं।

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Sachin Tendulkar (photo source : twitter)

मास्टर ब्लास्टर नाम से मशहूर दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान यह खुलासा किया कि उन्हें DRS नियम बिल्कुल भी पसंद नहीं है। दरअसल सचिन DRS के मौजूदा नियम से खुश नहीं हैं। उनका मानना है कि क्रिकेट में अंपायर कॉल जैसी चीज नहीं होनी चाहिए।

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मैं मौजूदा DRS नियम के पूरी तरह खिलाफ हूं-सचिन तेंदुलकर 

बता दें हाल ही में नई दिल्ली में मीडिया ग्रुप इंडिया टुडे के कॉन्क्लेव कार्यक्रम में सचिन तेंदुलकर ने हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने बताया कि, उन्हें डीआरएस क्यों नहीं पसंद हैं। इस मौके पर सचिन तेंदुलकर ने DRS को लेकर अपनी राय रखते हुए कहा कि, मैं पूरी तरह से मौजूदा नियम के खिलाफ हूं। अगर बॉल स्टंप पर लग रही है तो यह आउट है और अगर नहीं लग रही है तो बल्लेबाज अपनी बैटिंग जारी रख सकता है।

उन्होंने आगे कहा कि, जब कोई भी गेंदबाज और बल्लेबाज ऑन फील्ड अंपायर के निर्णय से खुश नहीं होता है तो वह तीसरे अंपायर के पास जाता है। तो फिर वापस वे ऑन फील्ड अंपायर के निर्णय पर क्यों आते हैं? अगर आपने उस तकनीक के साथ जाने का फैसला कर ही लिया है तो फिर उसी के साथ जाओ। लेकिन हम जो कर रहे हैं वह दोनों को मिक्स कर रहे हैं, जिससे मैं बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं।

वहीं सचिन तेंदुलकर से पूछा गया था कि, अगर DRS उनके खेलने के दौर में आया होता तब वह कितनी बार अंपायर के निर्णयों पर इसका इस्तेमाल करते। इस सवाल पर उन्होंने कहा कि, काफी बार, शायद  इतनी बार की मैं अपनी उंगलियों पर गिन कर भी नहीं बता सकता हूं। उन्होंने कहा कि, बिना किसी शक मैं इसका इस्तेमाल करना जरूर पसंद करता। हालांकि कुछ निर्णय आपके पक्ष में जाते और कुछ निर्णय आपके खिलाफ भी होते हैं।

उन्होंने आगे कहा की, हम तकनीक पर सवाल उठा रहे हैं, जिसका कोई प्रमाण नहीं है और न ही इंसान फूल प्रूफ है। दरअसल DRS के आने से पहले बड़ी गलतियां की जा रही थी और ऐसी गलतियों के कारण ही कोई तीसरा व्यक्ति यह तय कर रहा था कि हम मैच जीतेंगे या हारेंगे।

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