‘भारत ने विदेशी टेस्ट दौरों पर एक पैटर्न बना लिया है’: सुनील गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम को दी अहम सलाह

सुनील गावस्कर ने कहा टूर मैचों में खेलकर आपकी तैयारी बहुत अच्छे से हो जाती है।

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Team India and Sunil Gavaskar. (Image Source: Getty Images)

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने टीम इंडिया (Team India) से आग्रह किया किया कि वे इस साल दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए फर्स्ट-क्लास मैच या टूर मैच खेले।

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इसके अलावा, सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भारत की करारी हार की ओर इशारा करते हुए कहा कि टेस्ट सीरीज का पहला मैच हारना और फिर सीरीज में बराबरी करना इस समय टीम का ‘पैटर्न’ बन गया है। महान क्रिकेटर ने कहा कि भले ही टूर मैचों में सेकंड स्ट्रिंग टीमें होती हैं, लेकिन इसमें खेलकर आपकी तैयारी बहुत अच्छे से हो जाती है।

Team India को अभी से अपनी योजना बनाना शुरू करना होगा: Sunil Gavaskar

सुनील गावस्कर ने स्पोर्टस्टार के लिए अपने कॉलम में लिखा: “भारत की सेंचुरियन में हार SENA देशों का दौरा करने वाली हमारी टीमों के लिए काफी हद तक एक पैटर्न है, जहां वे सीरीज का पहला टेस्ट हार जाते हैं और फिर शेष सीरीज के लिए कैच-अप खेलते हैं। अब भारत की विदेशी धरती पर अगली बड़ी सीरीज ऑस्ट्रेलिया में है और अगर भारत को वहां पिछले दो दौरों की जीत की लय बरकरार रखनी है, तो उन्हें अभी से अपनी योजना बनाना शुरू करना होगा।

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FTP के अनुसार, भारत इस साल सितंबर के अंत से नवंबर की शुरुआत तक घरेलू मैदान पर बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट और न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट खेलेगा। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया में पांच मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट शायद दिसंबर की शुरुआत में शुरू होगा, जिससे भारतीय खिलाड़ियों को बहुत अधिक नहीं तो कम से कम कुछ प्रथम श्रेणी मैच खेलने का समय मिल जाएगा।

“घर पर बैठने से अच्छा खुद को परखना होगा”

रोहित शर्मा ने सेंचुरियन में हार के बाद कहा था कि इस तरह के मैच अच्छे नहीं हैं, क्योंकि मेजबान देश सेकंड स्ट्रिंग टीमें उतारते हैं और उन्हें धीमी पिचों पर खेलने का मौका मिलता है। अगर यह सच भी है, तो क्या घर पर रहने से अच्छा कमजोर टीमों के खिलाफ लय में आना बेहतर नहीं है? न केवल बल्लेबाज कुछ रन बना सकते हैं, बल्कि गेंदबाज भी खुद को परख सकते हैं।”

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