पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट ने अनुभवी खिलाड़ियों को एक उम्र के बाद अन्यायपूर्ण तरीके से दरकिनार करने के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की कड़ी निंदा की है। अनुभवी बल्लेबाज ने आगे पीसीबी, पाकिस्तान क्रिकेट टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं की भूमिकाओं पर सवाल उठाते हुए उनके खराब प्रबंधन की भी आलोचना की।
Advertisement
Advertisement
सलमान बट ने अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर कहा कि पीसीबी और राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने 30 और इससे ऊपर वाले खिलाड़ियों का मनोबल गिराना शुरू किया। ऐसा रवैया दिखाया कि बंदा खुद ही चला जाए, अपनी इज्जत बचाए और बाजू में हो जाए। मुझे पहले से ही इनकी बातों से ये चीज फील होनी शुरू हो गई थी, इसलिए मैंने पहले साल के बाद ही खुद से टीम से हटने का फैसला कर लिया था।
पीसीबी ने कामरान अकमल के साथ बहुत बुरा किया: सलमान बट
मैंने घरेलू टूर्नामेंट कायद-ए-आजम ट्रॉफी और राष्ट्रीय टी-20 कप में 9 मैचों में 900 रन बनाए थे। लेकिन क्या फायदा हुआ? मैंने कामरान अकमल को भी बोला था कि आप भी अब बस करो, कुछ नहीं होने वाला। उन्हें इसका कोई आईडिया नहीं था, लेकिन फिर उनके साथ जो कुछ भी हुआ, वो बहुत बुरा हुआ है। उनके जैसा खिलाड़ी ऐसे व्यवहार का हकदार नहीं था। पाकिस्तान में वार्तालाप नाम की कोई चीज ही नहीं है, वह इस कला के बारे में जानते ही नहीं है।
इस बीच, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने लंबे समय तक खराब प्रदर्शन करने वाले मध्यक्रम के बल्लेबाजों का समर्थन करने के लिए पीसीबी की आलोचना की। बट ने अंत में कहा सारे पाकिस्तान का टैलेंट उनके सामने हैं, लेकिन तब भी वे बेस्ट इलेवन का चुनाव नहीं कर सकते हैं। उन्होंने वर्ल्ड कप में जो मिडिल ऑर्डर बनाया है, उसी को पिछले ढाई सालों से चला रहे हैं, जबकि वे बड़ा स्कोर नहीं कर पा रहे हैं, उनके लिए 25 रन बहुत है।
सबसे ताज्जुब की बात तो ये है कि हमारे सो-कॉल्ड मध्य-क्रम ने दबाव वाले मैचों में मिलकर भी कुल 25 रन नहीं बनाए हैं, तभी भी उन्हें सपोर्ट किया जा रहा है। अपनी टीम बनती नहीं है उनसे, निचली टीमें बनाने चले हैं। हमारी 6 घरेलू टीमों के जो कोच हैं, वो किस चीज के कोच हैं? इस सिस्टम से आप लीडरशिप की तलाश कर रहे हैं, जो बाथरूम भी अपने सीनियरों से पूछ कर जाते हैं। क्या निकाला है इन लोगो ने?