गौतम गंभीर की यह मनमानी श्रेयस अय्यर और केएल राहुल के क्रिकेट करियर के लिए बन रही खतरा

गौतम गंभीर की यह मनमानी श्रेयस अय्यर और केएल राहुल के क्रिकेट करियर के लिए बन रही खतरा

वनडे सीरीज में श्रेयस अय्यर और केएल राहुल का बल्लेबाजी क्रम लगातार बदल रहा है। इसका असर उनके प्रदर्शन पर पड़ा है।

Gautam Gambhir, KL Rahul, Shreyas Iyer (Source X)
Gautam Gambhir, KL Rahul, Shreyas Iyer (Source X)

भारत और श्रीलंका के बीच 2 वनडे मुकाबले खेले जा चुके हैं, जिसमें 1 मैच टाई हुआ है और दूसरा मुकाबला श्रीलंका ने जीत लिया है। इस तरह मेजबान टीम ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। टीम इंडिया की बल्लेबाजी में डेप्थ है, लेकिन फिर भी दोनों वनडे मैचों में वह आसान से लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई। ऐसे में अब गौतम गंभीर की कोचिंग को लेकर काफी सवाल खड़े हो रहे हैं। गंभीर बल्लेबाजी लाइनअप में जो प्रयोग कर रहे हैं, उसकी वजह से टीम इंडिया और 2 खिलाड़ियों को काफी नुकसान पहुंच रहा है।

सभी ने देखा कि दोनों वनडे मैचों में कैसे वाशिंगटन सुंदर और शिवम दुबे को प्रोमोट कर ऊपर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। हालांकि, कोच का ये दांव सफल नहीं हुआ और दोनों रन बनाने में नाकाम रहे।

गौतम गंभीर की मनमानी के चक्कर में श्रेयस अय्यर और केएल राहुल का क्रिकेट हो रहा खराब

श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में श्रेयस अय्यर का बल्लेबाजी क्रम लगातार बदल रहा है। इसका असर उनके प्रदर्शन पर पड़ा है। 2023 वनडे वर्ल्ड कप में दुनिया ने देखा था कि कैसे श्रेयस अय्यर ने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया था। तो फिर कोच गंभीर श्रेयस अय्यर को निचले क्रम में क्यों खिला रहे हैं? इसी तरह, केएल राहुल का बल्लेबाजी क्रम भी क्यों बदला जा रहा है?

उपरोक्त सभी सवालों का सीधा सा जवाब यह है कि टी20 सीरीज की तरह वनडे सीरीज में बल्लेबाजी क्रम में बदलाव की जरूरत नहीं है। क्योंकि वनडे में मध्यक्रम का बल्लेबाज ऐसा होना चाहिए जो बड़ी पारी खेलकर मैच को अंत तक ले जा सके। राहुल और श्रेयस शुरू से ही जानते हैं कि इस जिम्मेदारी को कैसे संभालना है। लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रख रहे बॉलिंग ऑलराउंडर्स पर इस तरह का प्रयोग पूरी टीम की स्थिरता को नुकसान पहुंचा रहा है। इसका असर हम इन दो मैचों में देख चुके हैं।

गंभीर को क्या करना चाहिए?

गंभीर को बस इतना ही करना है कि उन्हें टीम के लाइनअप से जाना चाहिए। साथ ही युवा ऑलराउंडरों को जिम्मेदारी से बल्लेबाजी करने के साथ-साथ साझेदारी पर जोर देने की सलाह दी जानी चाहिए। तभी हम पुरानी भारतीय टीम को देख पाएंगे। अन्यथा इसमें कोई संदेह नहीं कि भारत की इस वनडे टीम का हाल, श्रीलंका-पाकिस्तान टीमों जैसा हो जाएगा।

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