पिता के देहांत के बाद मां ने जसप्रीत बुमराह को ऐसे बनाया क्रिकेटर - क्रिकट्रैकर हिंदी

पिता के देहांत के बाद मां ने जसप्रीत बुमराह को ऐसे बनाया क्रिकेटर

Jasprit Bumrah
Jasprit Bumrah of India. (Photo Source: Twitter)

उस समय जब भारतीय टीम डेथ ओवर्स के लिए एक बढ़िया गेंदबाज की तलाश में थी, जसप्रीत बुमराह भारतीय क्रिकेट के लिए आईपीएल से निकले एक सितारे की तरह उभरे। बुमराह ने मुंबई इंडियंस के साथ खेलते हुए लसिथ मलिंगा से इंच-परफेक्ट यॉर्कर डालना तो सीख ही लिया। इस क्वालिटी के साथ ही वह भारतीय टीम की जरूरत बन गए हैं।

हाल ही में शानदार प्रदर्शन : ऑस्ट्रेलिया के साथ टेस्ट सीरीज के तीसरे टेस्ट में बुमराह ने घातक गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। वह पहले ऐसे एशियन क्रिकेटर बने जिसने किसी एक ही साल में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में पांच पांच विकेट लिए हैं। 25 साल के बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग लाइन अप पर ऐसा धावा बोला कि सिर्फ 33 विकेट देकर 6 विकेट झटके। यह किसी भारतीय खिलाड़ी द्वारा 1985 से ऑस्ट्रेलिया में किया गया सबसे शानदार प्रदर्शन है।

क्रिकेट की तरफ झुकाव  : जसप्रीत बुमराह ने 14 साल की उम्र में क्रिकेटर बनने का फैसला किया। 2012 में वह गुजरात अंडर – 19 के लिए बॉलर के तौर पर खेलने लगे। 2013 में बुमराह ने मुंबई इंडियंस के लिए आईपीएल खेला। रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ 32 रन देकर 3 विकेट झटक बुमराह दूसरे ऐसे गेंदबाज बने जिसने अपने पहले मैच में यह कारनामा किया था। इसी साल बुमराह ने गुजरात की तरफ से खेलते हुए विदर्भ के विरूद्ध फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया और पहले ही मैच में 7 विकेट झटके। बुमराह उस सीजन में सबसे अधिक विकेट लेने वाले क्रिकेटर बने।

परिवार :6 दिसंबर 1993 को जन्मे जसप्रीत बुमराह एक मिडिल क्लास सिख रंगरहिया परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता जसबीर सिंह एक इंडस्ट्रीयलिस्ट थे और उनकी माता दलजीत कौर निर्मल हाई स्कूल की प्रिंसिपल हैं। जब जसप्रीत बुमराह सिर्फ 7 साल के थे उनके पिता का देहांत हो गया। उनकी माता ने उन्हें अकेले ही बड़ा किया। बुमराह की बहन जुहिका बुमराह अहमदाबाद के जेबार स्कूल फॉर चिल्ड्रन में टीचर के तौर पर काम करती हैं।

टीम में बुमराह की जगह : जसप्रीत बुमराह भारतीय नेशनल क्रिकेट टीम के लिए दाएं हाथ के तेज मध्यम गति के गेंदबाज के तौर पर खेलते हैं। वह लगातार 140–145 किमी की रफ़्तार से गेंद फेंकते हैं जिसके चलते भारत के सबसे ज्यादा तेज गेंदबाजों में शामिल हैं। बुमराह सभी फॉर्मेट के लिए भारतीय टीम का हिस्सा बनते हैं।

ट्वंटी 20 में शुरुआत : बुमराह के ट्वंटी 20 की शुरुआत महराष्ट्र के खिलाफ सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में हुई। बुमराह न सिर्फ मैन ऑफ़ द मैच बने बल्कि उनकी मदद से उनकी टीम ने ट्रॉफी भी जीती।आईपीएल में शुरुआत मुंबई इंडियंस के साथ 19 साल के बुमराह ने आईपीएल की शुरुआत से ही बढ़िया प्रदर्शन किया हालांकि 2013 के आईपीएल में बुमराह को ज्यादा गेम्स खेलने का मौका नहीं मिला उनकी बढ़िया गेंदबाजी देखते हुए टीम ने उन्हें फिर खरीद लिया।

इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत : आईपीएल में मुंबई इंडियंस के साथ कुछ बेहद सफल सीजन खेलने के बाद, बुमराह को 2015–16 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में भारतीय टीम का हिस्सा बनाया गया। उन्हें भुवनेशर कुमार के स्थान पर चुना गया था।बुमराह ने एकदिवसीय और ट्वंटी20 फॉर्मेट के लिए अपना इंटरनेशनल करियर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू किया।

भारतीय टीम के साथ टेस्ट करियर की शुरुआत : नवंबर 2017 में बुमराह को साउथ अफ्रीका के विरूद्ध भारतीय टीम का हिस्सा बनाया गया। अपने डेब्यू मैच में बुमराह ने एक विकेट झटका और कम रन देकर साफ़ सुथरी बॉलिंग की। 2017-18 में साउथ अफ्रीका के ही खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलते हुए तीसरे मैच में बुमराह ने 5 विकेट झटके।

close whatsapp