पूर्व ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ने बताया विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के पीछे का बड़ा राज
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में विराट कोहली 70 शतक जड़ चुके हैं।
अद्यतन - सितम्बर 20, 2021 9:10 अपराह्न
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने एक हफ्ते के अंदर दो बड़े-बड़े फैसले लेकर अपने सभी फैंस को हैरान कर दिया है। सबसे पहले उन्होंने ऐलान किया कि वो वर्ल्ड कप के बाद टी-20 फॉर्मेट में टीम इंडिया की कप्तानी नहीं करेंगे। उसके बाद रविवार 19 सितंबर को उन्होंने बताया कि बतौर कप्तान ये उनका आखिरी आईपीएल सीजन होगा। दोनों जगह से कप्तानी छोड़ने के पीछे विराट कोहली ने अपने वर्क लोड का कारण बताया।
विराट कोहली पिछले कुछ सालों से लगातर टीम इंडिया और आईपीएल मे रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की कप्तानी करते हुए दिखे हैं। विराट कोहली को अपने इस फैसले पर पूरे क्रिकेट जगत से प्रतिक्रिया मिल रही है। इसी क्रम में पूर्व ऑस्ट्रलियाई क्रिकेटर ब्रैड हॉग ने भी उनके फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। ब्रैड हॉग का मानना है कि विराट कोहली ने कप्तानी अपने बल्लेबाजी पर ध्यान देने के लिए दोनों कप्तानी छोड़ी जिससे की वो सचिन तेंदुलकर के 51 टेस्ट शतक का रिकॉर्ड की बराबरी कर सके।
ब्रैड हॉग ने विराट के इस फैसले को लेकर दिया बयान
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिन गेंदबाज ब्रैड हॉग ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस मुद्दे को लेकर बोलते हुए कहा कि, विराट कोहली ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय और RCB की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया। यह बड़ी पिक्चर है, जहां वो खेल के लंबे प्रारूप पर ध्यान लगा रहे हैं। वह वनडे और टेस्ट क्रिकेट में भारत की कप्तानी करना चाहते हैं। मगर उनकी आंखों में एक रिकॉर्ड भी है। वह सचिन तेंदुलकर के 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों की बराबरी करने की कोशिश में जुटे हुए हैं।”
उन्होंने आगे अपने बातचीत में कहा कि “वनडे में सचिन तेंदुलकर के करीब हैं, 43 शतक जमा चुके हैं। मगर टेस्ट में अब तक उनके नाम केवल 27 शतक दर्ज हैं। तेंदुलकर ने 200 मैचों में 51 टेस्ट शतक जमाए। मेरे ख्याल से कोहली टेस्ट क्रिकेट पर ध्यान लगाना चाहता है ताकि तेंदुलकर के 51 टेस्ट शतक के रिकॉर्ड की बराबरी करके बड़ी उपलब्धि अपने खाते में जोड़े। कोहली महानतम खिलाड़ियों में से एक बनना चाहता है। मेरे ख्याल से कोहली उस दिशा में आगे बढ़ रहा है।”