टी-20 वर्ल्ड कप से पहले श्रीलंकाई खिलाड़ियों को मुथैया मुरलीधरन ने दिया खास संदेश

मुरलीधरन ने टी-20 वर्ल्ड कप में अपने खिलाड़ियों को ज्यादा दबाव लेने को नहीं कहा है।

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Muttiah Muralitharan. (Photo Source: Twitter)

टी-20 फॉर्मेट की सबसे खास बात यही होती है कि टीम चाहे कोई भी हो, जब तक मैच का परिणाम नहीं आ जाता तब तक आप किसी को भी विजेता नहीं घोषित कर सकते हैं। आगामी टी-20 वर्ल्ड कप को देखकर ऐसा लगता है कि इसमें कोई स्पष्ट विजेता नजर नहीं आता और कोई भी टीम इस ट्रॉफी को अपने नाम कर सकती है।

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इस टूर्नामेंट को जीतने में टीमों के लिए सबसे महत्वपूर्ण पहलू शुरुआत छह ओवर होंगे। सभी टीमों को इसी पर ध्यान देने की जरूरत है, चाहे वो बल्लेबाजी कर रहे हों या गेंदबाजी। मुझे लगता है कि 70 से 80 फ़ीसदी खेल पहले उन छह ओवरों पर निर्भर करता है और पूरे मैच का नतीजा इसी पर निर्भर करता है कि आप उस दौरान कैसा प्रदर्शन करते हैं।

कुछ लोगों मैच को बाद के ओवर तक ले जाते हैं हालांकि बाद का ओवर भी काफी मायने रखता है लेकिन अगर आप शुरू के छह ओवर में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं तो मैच में बने रहने के लिए आपके पास बहुत कम समय रहता है। यह टेस्ट मैच का वनडे मैच की तरह नहीं होता है, सब कोई अच्छी शुरुआत के लिए यहां आते हैं। यही कारण है कि मुझे लगता है कि यह विश्व कप सभी के लिए खुला हुआ है।

टी-20 फॉर्मेट में डिफेंड करना ही सबसे अच्छा अटैक है: मुरलीधरन

मुरलीधरन को टी-20 में स्पिनरों के महत्व को देखकर खुशी है। उनका मानना है कि यह एक तेज खेल है और इसे बल्लेबाजों का खेल माना जाता है। इस खेल में तेज गेंदबाज धीमी गेंद, कटर और कई कई प्रकार के गेंद का इस्तेमाल करते हैं। वह एक कौशल है जिसे आपको विकसित करना है।

उन्होंने आगे कहा कि, टी-20 क्रिकेट में एक खिलाड़ी या कोच के तौर पर मेरा अनुभव यही रहा है कि आपको इसे रक्षात्मक मानसिकता के साथ करना होगा। मेरे हिसाब से टी-20 क्रिकेट में डिफेंड करना ही सबसे अच्छा अटैक होता है। आपको बस हार ओवर में 6 या 6.5 रन देने का लक्ष्य रखना होता है इसी क्रम में आपको कुछ विकेट भी मिल सकते हैं।

मुथैया मुरलीधरन ने बताया कि टी-20 में स्पिनर टेस्ट क्रिकेट जैसी लाइन-लेंथ नहीं डाल सकते, बल्कि उन्हें यह देखना होगा कि बल्लेबाज क्या कर रहा है फिर उस हिसाब से गेंदबाजी प्लान करनी होती है। मुरलीधरन ने कहा, कभी आपको फुल और वाइड गेंद डालनी होती है, वहीं कभी-कभी आपको शॉर्ट गेंद से बल्लेबाजों के शरीर पर अटैक करना होता है। हालात के साथ-साथ आपको अपनी लेंथ और गति में बदलाव भी करना होता है।

श्रीलंका को टी-20 वर्ल्ड कप से मिला मुरलीधरन से खास संदेश

मुरलीधरन ने आगे श्रीलंका की टीम को टी-20 वर्ल्ड कप के मद्देनजर एक खास संदेश दिया। उन्होंने कहा, “टीम को पहले क्वालिफाइंग राउंड में अच्छा करना होगा। साफ-साफ कहूं तो हमारी टीम अच्छी नहीं थी और हमने इतना क्रिकेट भी नहीं खेला, इसी वजह से आज हम यहां पर खड़े हैं। लेकिन हमारे पास अच्छे खिलाड़ी मौजूद हैं जो टीम को सुपर-12 तक ले जा सकते हैं लेकिन उससे पहले उन्हें अपनी क्वालिटी में सुधार करना होगा।”

उन्होंने आगे कहा, “श्रीलंका की टीम को मेरी यही राय है कि टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान ज्यादा सोचना नहीं है, खासकर गेंदबाजों को। आप जिसके साथ खेल रहे हैं, आपको खिलाड़ी और नाम पर ध्यान नहीं देना है। आपको यही कोशिश करनी है कि खुद पर दबाव नहीं आने दें, बस खेल का आनंद उठाएं, यही टी-20 क्रिकेट है।”

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