जिस तरह से विराट कोहली को एकदिवसीय कप्तानी से हटाया गया उससे पूरा क्रिकेट जगत हैरान था। कोहली को उनकी भूमिका से हटाने के बाद BCCI ने रोहित शर्मा की कप्तानी सौंपी थी। रोहित अब भारतीय टीम की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान हैं। इस बीच पूर्व भारतीय मुख्य कोच रवि शास्त्री ने अब इस मामले पर अपनी राय रखी है।
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जब कोहली ने टी-20 टीम का कप्तानी छोड़ने का फैसला किया तब रवि शास्त्री भी वहां थे। हालांकि टी-20 वर्ल्ड कप 2021 के पूरा होने के बाद शास्त्री का कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया। कोहली ने चयनकर्ताओं से पहले ही कह दिया था कि वह वनडे और टेस्ट टीम के कप्तान बने रहना चाहते हैं। हालांकि, चयनकर्ताओं ने उनकी इच्छा को नजरअंदाज किया और अपने फैसले पर आगे बढ़े।
कोहली के बयान से पता चलता है उनके और BCCI के बीच संवाद की कमी है: रवि शास्त्री
शास्त्री ने कहा है कि यह कदम दोनों कप्तानों के लिए वरदान साबित हो सकता है। स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा कि, “आगे बढ़ने का ये सही तरीका हो सकता है। दोनों के लिए ये शायद बेहतर ही हो, क्योंकि कोरोना की वजह से बायो-बबल की जिंदगी में किसी एक शख्स के लिए तीनों फॉर्मेट को संभालना आसान नहीं है।”
रवि शास्त्री ने कहा कि, “अब विराट कोहली पूरी तरह से टेस्ट क्रिकेट पर फोकस कर सकते हैं और लंबे वक्त तक टीम की अगुवाई कर सकते हैं। विराट के पास बढ़िया 5-6 साल बचे हैं, ऐसे में वह अपने गेम को लेकर भी विचार कर सकते हैं।”
इस हफ्ते की शुरुआत में, शास्त्री ने यह भी कहा था कि बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कोहली के दावों के बाद कहानी का अपना पक्ष देने के लिए सामने आना चाहिए। उन्होंने कहा कि, “विराट ने कहानी का अपना पक्ष दिया है, और अब बोर्ड अध्यक्ष को अपना पक्ष रखने की जरूरत है। अच्छे संचार से स्थिति को और बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था।”