पूर्व भारतीय बल्लेबाज और क्रिकेट पंडित वसीम जाफर इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में टीम इंडिया के आक्रामक रवैये और आक्रामक बल्लेबाजी से बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने आगे कहा पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप 2021 के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम में इस तरह की सकारात्मकता और आक्रामकता गायब थी।
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आपको बता दें, भारत का प्रदर्शन इतना निराशाजनक था कि वे टी-20 वर्ल्ड कप 2021 के शीर्ष चार में भी जगह नहीं बना पाए थे। इस बीच, भारत ने 7 जुलाई को खेले गए पहले टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में इंग्लैंड क्रिकेट टीम को 50 रनों से मात देकर तीन मैचों की टी-20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली है।
वसीम जाफर भारत की आक्रामक अप्रोच से हुए प्रभावित
वसीम जाफर ने ईएसपीएनक्रिकइन्फोपर कहा: “भारतीय बल्लेबाजों ने इंग्लैंड के खिलाफ जिस तरह से बल्लेबाजी और जिस गति से उन्होंने रन बनाए, वह काबिले तारीफ था। उन्होंने आक्रामक रवैय्या अपनाया, जो देखने में काफी फ्रेश लग रहा था। पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप 2021 के दौरान टीम में ये चीज नजर नहीं आई। इस मैच में भारत के पास केएल राहुल और विराट कोहली नहीं थे, लेकिन मुझे नहीं लगता टीम को उनकी कमी खली होगी।
भारत को निश्चित ही इस बात की खुशी होगी कि उन्हें कोहली और राहुल जैसे खिलाड़ियों को कमी को पूरा करने के लिए खिलाड़ी मिल गए हैं। हालांकि, मुझे लगता है कि टीम इंडिया को अपने दृष्टिकोण में कोई बदलाव नहीं करना चाहिए, उन्हें सकारात्मक और आक्रामक अप्रोच के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए। अगर टीम चाहती है कि वे टी-20 क्रिकेट में अपना दबदबा बनाए रखे, तो फिर उन्हें इसी ब्रांड का क्रिकेट खेलना जारी रखना होगा।
हम टीम के सीनियर खिलाड़ियों से भी ऐसा ही खेल देखना चाहेंगे। मुझे लगता है दीपक हुड्डा का प्रदर्शन विराट कोहली पर दबाव बनाएगा। उन्होंने अपने पिछले सभी मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है, और हो सकता है कि यह दबाव कोहली का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बहार ले आए।”