मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) द्वारा 9 मार्च को क्रिकेट के नियमों में कई बदलाव और संसोधन पेश किये हैं, उनमें से एक बदलाव गेंद चमकाने के लिए सलाइवा प्रयोग किये जाने को लेकर है। अब खिलाड़ी गेंद पर सलाइवा नहीं लगा सकेंगे क्योंकि इस पर रोक लगा दी गयी है हालांकि 2020 से कोरोना वायरस के चलते यह रोक पहले से ही थी लेकिन अब इस नियम को स्थायी कर दिया गया है।
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इस बीच भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने इस नियम को लेकर टिप्पणी की है और कहा कि यह एक प्रशंसा योग्य फैसला है लेकिन इस नियम का प्रभाव उन गेंदबाजों पर अधिक दिखेगा जो रिवर्स स्विंग करते हैं। आकाश चोपड़ा का मानना है कि ऐसे में दूसरी गेंद को जल्दी उपस्थित कराया जा सकता है और बताया कि वह इस फैसले से सहमत हैं।
“मैं इस फैसले से सहमत हूं”- आकाश चोपड़ा
पूर्व क्रिकेटर ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा “पहले कोरोना के कारण यह फैसला लिया गया था। समिति को लगता है कि इस फैसले से स्विंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि गेंद अभी भी स्विंग करती है, तो चलिए हम इस फैसले के साथ खेलना जारी रखते हैं। मैं इस फैसले से सहमत हूं क्योंकि यह खिलाड़ियों के स्वास्थ्य के लिए एक अहम फैसला है।”
उन्होंने कहा “निश्चित तौर पर इसका असर रिवर्स स्विंग पर देखने को मिलेगा, ऐसी स्थिति में दूसरी गेंद को जल्दी उपस्थित कराया जा सकता है। गेंद को चमकाने के लिए आप मोम जैसी किसी सामग्री का प्रयोग कर सकते हैं।”
सलाइवा पर बैन के अलावा MCC द्वारा कुछ और नियमों में बदलाव किये गए हैं, जिसमें मांकडिंग नियम भी शामिल है अब डिलीवरी के दौरान गेंदबाज दूसरे छोर पर खड़े बल्लेबाज को रन आउट कर सकता है अब इसे अनुचित रूप से नहीं देखा जायेगा। इसके अलावा कैच आउट होने पर आने वाला नया बल्लेबाज ही स्ट्राइक लेगा, अगर ओवर की आखिरी गेंद पर कोई बल्लेबाज आउट होता है तब स्ट्राइक बदल जाएगी।