एशेज जीत के बाद टिम पेन के भाई ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पर निकाली भड़ास, लगाया दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप

टिम पेन को चार साल पहले की गई निजी गलती का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है।

Advertisement

Tim Paine. (Photo by PATRICK HAMILTON/AFP via Getty Images)

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने हाल ही में इंग्लैंड क्रिकेट टीम को पांच मैचों की सीरीज में मात देकर एशेज सीरीज पर 4-0 से कब्जा कर लिया हैं। ऑस्ट्रेलिया को यह शानदार जीत अपने नए कप्तान पैट कमिंस की अगुवाई में मिली।

Advertisement
Advertisement

बता दें, टिम पेन के ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी छोड़ने के बाद कमिंस को एशेज सीरीज से ठीक पहले ही ऑस्ट्रेलिया टेस्ट टीम की कमान सौंपी गई थी और उन्होंने अपनी कप्तानी का आगाज एशेज सीरीज जीत के साथ किया।

पेन के तस्मानिया में कार्यररत एक महिला साथी को आपत्तिजनक मैसेज भेजने के मामले के दोबारा पब्लिक में उठने के बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी छोड़ दी और फिर क्रिकेट से अनिश्चितकालीन ब्रेक भी ले लिया।

हालांकि, ऑस्‍ट्रेलिया के पूर्व कप्‍तान पेन  के भाई निक पेन के लिए ऑस्ट्रेलिया टीम का होबार्ट में जश्न मनाते देखना और कमिंस का एशेज ट्रॉफी उठाते हुए देखना बहुत मुश्किल था।

इस पल ने निक को उनके  भाई पेन की याद दिला दी क्योंकि उनके भाई ने 2018 में बॉल टेम्परिंग मामले के बाद टीम को दोबारा तैयार करने में काफी मेहनत की थी, उन्होंने कप्तानी तब संभाली थी जब ऑस्ट्रेलियाई टीम बुरे दौर से गुजर रही थी, और उन्हें एक बार भी याद नहीं किया।

निक पेन हुए ऑस्ट्रेलिया टीम और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से नाराज

निक ने कहा कि टिम पेन को उनके होमग्राउंड होबार्ट – जहां एशेज सीरीज का अंतिम मुकाबला खेला गया और जीत का जश्न मनाया गया,  में विदाई मिलनी चाहिए थी, वह इसके हकदार थे।

हालांकि, होबार्ट में पांचवें टेस्ट के दौरान टिम पेन शहर में उपस्थित नहीं थे, वह छुट्टियां मनाने के लिए बाहर गए हुए थे। उनके भाई ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर अपना दर्द बयां किया है।

निक पेन ने ट्वीट में लिखा, ‘यह देखना बहुत मुश्किल था क्योंकि क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया की साख को ठीक करने में महत्वपूर्ण व्यक्तियों में से एक टिम पेन थे। चार साल पहले की गई निजी गलती का खामियाजा उसे उसी संस्‍था से भुगतना पड़ा, जिसका निर्माण करने में उसने अपना सबकुछ झोंका। टिम पेन अपने होमग्राउंड पर परिवार, दोस्‍तों और समर्थकों के सामने विदाई पाने के हकदार थे।’

उन्होंने आगे कहा ये बेहद शर्म की बात है कि जिंदगी में एक गलती (जिसमें उस इंसान को जांच में बरी कर दिया गया) उसके सपने को खत्म कर देती है। लेकिन बाकियों के लिए जो गलतियां करते हैं, उसे भुला भी दिया जाता है, ये ठीक है। उन्होंने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के दोहरे व्यवहार की आलोचना करते हुए कहा कि बोर्ड सबके साथ बराबरी का व्यवहार नहीं करता वह सिर्फ अपने लोगो का साथ देता हैं। एक स्थानीय खिलाड़ी को उसके घरेलू मैदान पर उसके लोगों के सामने सम्मान मिलना था. बेहद दुखदायी।

Advertisement