एमएस धोनी के प्रस्ताव को ठुकराकर छह साल बाद बुची बाबू टूर्नामेंट का आयोजन करने जा रहा है TNCA

बुची बाबू क्रिकेट टूर्नामेंट 2023 का आगाज 15 अगस्त को हो रहा है, जबकि फाइनल 8 सितंबर को खेला जाएगा।

Advertisement

RI Palani and MS Dhoni. (Image Source: Twitter)

तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TNCA) ने आगामी बुची बाबू टूर्नामेंट में झारखंड टीम को शामिल करने की पूर्व भारतीय कप्तान MS Dhoni की प्रार्थना को नजरअंदाज करते हुए कार्यक्रम की घोषणा की।

Advertisement
Advertisement

आपको बता दें, तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TNCA) ने रणजी ट्रॉफी में तमिलनाडु क्रिकेट टीम के खराब प्रदर्शन के बाद आधिकारिक रूप से छह साल बाद अपनी घरेलू प्रतियोगिता को फिर से शुरू करने का फैसला किया है। बुची बाबू क्रिकेट टूर्नामेंट आखिरी बार साल 2017 में खेला गया था।

15 अगस्त को हो रहा है बुची बाबू क्रिकेट टूर्नामेंट का आगाज

इस बीच, बुची बाबू क्रिकेट टूर्नामेंट के आगामी सीजन में 12 टीमें हिस्सा ले रही, जिन्हे तीन-तीन के चार समूहों में विभाजित किया गया है, जिसमें टेबल टॉपर टीमें सेमीफाइनल में जगह बनाएगी। बुची बाबू क्रिकेट टूर्नामेंट 2023 का आगाज 15 अगस्त को हो रहा है, जबकि फाइनल 8 सितंबर को खेला जाएगा।

यहां पढ़िए: KL Rahul जल्द करेंगे टीम इंडिया में वापसी, सामने आया विकेटकीपिंग करते हुए वीडियो

वहीं, इस टूर्नामेंट के चार दिवसीय मैच डिंडीगुल, सेलम, तिरुनेलवेली और कोयंबटूर में खेले जाएंगे। दिलचस्प बात यह है कि कई राज्य टीमों ने TNCA के बुची बाबू टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए अपनी दिलचस्पी दिखाई, और यहां तक कि एमएस धोनी, जिनका चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के साथ घनिष्ठ संबंध है, ने झारखंड को इसमें शामिल करने की मांग की, लेकिन ओपन स्लॉट की कमी के कारण यह संभव नहीं हो सका, क्योंकि टूर्नामेंट में पहले से ही 12 टीमें हो चुकी थी।

TNCA को ठुकराना पड़ा MS Dhoni का प्रस्ताव

TNCA के सचिव आरआई पलानी ने इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से कहा: “एमएस धोनी बुची बाबू टूर्नामेंट में झारखंड को शामिल करना चाहते थे, लेकिन यह कर पाना बहुत मुश्किल था। हम झारखंड को जगह नहीं दे पाए, क्योंकि हमारे पास पहले से ही 12 टीमें हैं। यहां तक कि रेलवे सर्विसेज और छत्तीसगढ़ भी इसमें भाग लेना चाहते थे। हमने टूर्नामेंट को कोयंबटूर, सेलम, डिंडीगुल और तिरुनेलवेली में ग्रीन-टॉप पर आयोजित करने का फैसला किया है, क्योंकि इन मैदानों पर खिलाड़ियों को अछेद से तैयार होने का मौका मिलेगा।”

Advertisement