इसके अलावा, दोनों ने आखिरी विकेट के लिए 232 रनों की साझेदारी की, जो फर्स्ट क्लास क्रिकेट के इतिहास में आखिरी विकेट के लिए तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। 78 साल बाद फर्स्ट क्लास क्रिकेट में यह कारनाम कोई कर पाया है। इससे पहले 1946 में इंडियंस बनाम सरे मैच के दौरान चंदू सरवाटे और शूते बनर्जी ने यह कारनामा किया था।
मैच की बात करें तो बड़ौदा को जीतने के लिए 606 रन बनाने होंगे, ऐसे में मुंबई की जीत पक्की मानी जा रही है और उसका सेमीफाइनल का टिकट भी पक्का हो गया है। तनुष ने 129 गेंदों पर 10 चौके और चार छक्कों की मदद से 120 रन बनाए, वहीं तुषार देशपांडे 129 गेंदों पर 10 चौके और आठ छक्कों की मदद से 123 रन बनाकर आउट हुए।
आपको बता दें कि, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश पहले ही टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुके हैं. विदर्भ और कर्नाटक भी सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए एक-दूसरे के खिलाफ खेल रहे हैं। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि, कौन सी अन्य दो टीमें सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की करती है।