लगाम लगाना कब सीखेंगे उमेश यादव, पानी फेर दिया सभी की मेहनत पर

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Umesh Yadav (Photo by Paul Kane/Getty Images)

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टी-20 मैच रोमांच की सीमा को तोड़ गया। लो-स्कोरिंग मैच भी बेहतरीन होते हैं ये इसकी मिसाल है। भारत ने 20 ओवर्स में 126 रन बनाए थे तब किसी ने भी नहीं सोचा था कि ऑस्ट्रेलिया को 127 रन बनाने के लिए पूरे 20 ओवर खेलना पड़ेगा और उसके 7 बल्लेबाज आउट हो जाएंगे।

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तारीफ करना होगी भारतीय गेंदबाजों की कि उन्होंने छोटे से स्कोर को बचाने के लिए अपना सर्वस्व दांव पर लगा दिया और ऑस्ट्रेलियाइयों के छक्के छुड़ा दिए। बमुश्किल ऑस्ट्रेलिया वाले हारते-हारते जीत गए।

18 ओवर्स के बाद ऑस्ट्रेलिया के 5 विकेट पर 111 रन थे। 12 गेंदों पर उन्हें 16 रन बनाने थे। कप्तान विराट कोहली ने गेंद अपने सबसे विश्वसनीय गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के हाथ में थमाई। बुमराह ने क्या गजब गेंदबाजी की और अपने कप्तान की उम्मीद पर खरे उतरे। उन्होंने 6 गेंदों पर मात्र 2 रन दिए तथा दो विकेट भी इस ओवर में निकाल फेंके।

0 1 0 1 W W ये बुमराह द्वारा फेंके गए 19 वें ओवर का विश्लेषण है। भारत को जीत की दहलीज पर बुमराह ने ला खड़ा किया। आखिरी ओवर फेंकने की जिम्मेदारी उमेश यादव को सौंपी गई।

उमेश को इस ओवर में 14 रन नहीं देने थे तो मैच भारत की मुठ्ठी में था। जिस विकेट पर रन बनाने मुश्किल थे और ऑस्ट्रेलिया के विश्वसनीय या जमे जमाए बल्लेबाज भी नहीं थे तो भारत की जीत तय ही मानी जा रही थी।

परंतु उमेश तो बल्लेबाजों पर लगाम लगाना जानते ही नहीं। सिर्फ तेज गेंदबाजी करने में ही उनका विश्वास नहीं है। उनकी गेंदबाजी में गति तो है लेकिन चतुराई नहीं है। दिमाग का वे कम उपयोग करते हैं और परिणाम सामने आ गया।

उमेश 6 गेंदों पर 14 रन लुटा बैठे और जीता जिताया मैच भारत गंवा बैठा। 20वें ओवर का विश्लेषण था 1 4 2 1 4 2, और यह उमेश ने फेंका था। निश्चित रूप से हर खिलाड़ी पर उमेश के इस ओवर ने पानी फेर दिया।

पता नहीं उमेश कब चतुराई से गेंद फेंकना सीखेंगे? इस मामले में जसप्रीत बुमराह से उन्हें कुछ सीखना चाहिए जो इस समय बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे हैं।

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