हार्दिक पांड्या की वापसी के बाद टीम इंडिया से बाहर हुए वेंकटेश अय्यर ने दिया बहुत ही बड़ा बयान 

वेंकटेश अय्यर भारत के लिए अभी तक 9 टी-20 और 2 वनडे मैच खेल चुके हैं।

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Venkatesh Iyer and Hardik Pandya (Image Credit- Twitter)

एक समय भारतीय टीम में हार्दिक पांड्या का रिप्लेसमेंट समझे जा रहे वेंकटेश अय्यर को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। वैसे इस बार सैयद मुश्ताक अली ट्राॅफी में शानदार प्रदर्शन (68*, 57, 42 और 28) करने वाले अय्यर कुछ और शानदार पारी खेल पाते कि उससे पहले ही वह इंजरी के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए।

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बता दें कि इस समय वह पैर की चोट के कारण एनसीए बैंगलोर में रिहैब प्रकिया से गुजर रहे हैं। यहां वे जल्द से जल्द ठीक होकर क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर टीम में वापसी करने को बेताब हैं। और इस बात को वो भी भली भांति जानते हैं। वहीं अय्यर ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज में मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करते हुए कुछ अच्छी पारियां खेली थी।

वेंकटेश को समझ आ गया है कि वह टीम से बाहर क्यों हुए

लेकिन टीम से बाहर किया जाना उनके हाथ में नहीं था और वह हमेशा हार्दिक पांड्या के बाद भारतीय मैनेजमेंट की दूसरी पसंद थे। और जैसे ही हार्दिक पांड्या फिट हुए अय्यर को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

इस पर अय्यर का कहना है कि शायद यह टीम मैनेजमेंट ने सही किया है कि क्योंकि अभी मैंने ऐसा कुछ भी नहीं किया है कि वो पांड्या को चुनौती दे सकें। और इस बात को समझते हुए वेंकटेश अय्यर ने बड़ा बयान दिया है।

वेंकटेश ने कही ये बड़ी बात

बता दें कि क्रिकेटनेक्सट को दिए इंटरव्यू में वेंकटेश अय्यर ने टीम में अपनी स्थिति को लेकर बड़ा बयान दिया है। अय्यर ने कहा कौन भारतीय टीम के साथ लंबे समय तक नहीं रहना चाहता है?

मैं भी ऐसा चाहता था और हार्दिक भाई के आने के बाद मुझे यह समझ में आ गया। उन्होंने जो किया है वो वाकई अद्भुत था। हर टीम वर्ल्ड कप के लिए बेस्ट टीम चुनना चाहती है। मैं वहां रहना चाहता था, लेकिन फिर से यह मेरे हाथ में नहीं है।

इसके अलावा वेंकटेश ने कहा कि मैंने हमेशा क्रिकेट को एक अवसर के रूप में देखा है। अगर मैं भारतीय क्रिकेट टीम के साथ नहीं खेल रहा हूं, तो यह मेरे लिए आईपीएल में खेलने या घरेलू प्रतियोगिताओं में अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करने का अवसर है।

मेरा काम केवल अपनी प्रक्रिया को सही करना है और सिलेक्शन की चिंता नहीं करनी है। मैं टी-20 और वनडे के लिए टीम में हो सकता था, लेकिन दुर्भाग्य से मुझे चोट लग गई। मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि जब मुझे खेलने का मौका मिले तो मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूं और किसी चीज की चिंता न करूं।

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