ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर इयान चैपल ने कमेंट्री से संन्यास लेने का फैसला किया है। बता दें, इयान चैपल लगभग पिछले 45 सालों से कमेंट्री कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि, ‘मीडिया टाइकून केरी पैकर उन्हें कई मौकों पर विश्व कप क्रिकेट के बीच में बर्खास्त करना चाहते थे।
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अपने देश के लिए 75 टेस्ट मुकाबले खेलने के बाद इयान चैपल ने कमेंट्री का साथ पकड़ा। उन्होंने 42.42 के औसत से टेस्ट में 5345 रन बनाए हैं। वहीं 16 वनडे मुकाबलों में उन्होंने 48.07 के औसत से 673 रन बनाए हैं। संन्यास लेने के बाद चैपल ने साल 1977 में कमेंट्री करने का फैसला किया।
मुझे पता था कि मैंने बहुत क्रिकेट खेल लिया है: इयान चैपल
इयान चैपल ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड को कहा कि, ‘मुझे आज भी वो दिन याद है जब मुझे पता चला था कि मैं अब बहुत क्रिकेट खेल चुका हूं। मैंने घड़ी को देखा और खेल के एक दिन में साढ़े पांच बज रहे थे और मैंने सोचा, ‘ओह, अगर मैं इस समय घड़ी को देख रहा हूं तो मुझे सही में जाना होगा’।
चैपल ने आगे कहा कि, ‘ मीडिया टाइकून केरी पैकर मुझे 1-2 बार बर्खास्त करना चाहते थे। उन्हें वनडे क्रिकेट के बारे में काफी बातें पता चलती रहती थी क्योंकि वह उनके बारे में काफी कुछ जानते थे एक बच्चे की तरह। केरी के साथ एक तूफान जैसा था। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर का मानना है कि लोगों को उनकी आवाज़ काफी चुभती थी लेकिन इसके बावजूद वो कमेंट्री करने के हकदार थे। उनका यह भी मानना है कि फ्रेंचाइजी टी-20 क्रिकेट की वजह से टेस्ट क्रिकेट का अस्तित्व कहीं ना कहीं खत्म होता जा रहा है।
चैपल ने कहा कि, ज्यादातर खिलाड़ी अब टी-20 लीग्स पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। शायद वो पैसों के पीछे भाग रहे हैं। मुझे लगता है कि जब तक मैं जिंदा हूं टेस्ट क्रिकेट नहीं मर सकता लेकिन सवाल यह उठता है कि इसको कौन खेलेगा? अगर खिलाड़ी एक ही प्रारूप को ज्यादा महत्वता देगा तो बाकी प्रारूपों में इसका असर जरूर पड़ेगा।