लीडरशीप का राग गा कर धोनी की कॉपी करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं विराट

विराट कोहली ने दिया एमएस धोनी का उदाहरण।

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Virat Kohli and MS Dhoni. (Photo by DIBYANGSHU SARKAR/AFP/Getty Images)

कुछ ही महीनों के अंतराल में, विराट कोहली एक ऑल-फॉर्मेट कप्तान से भारतीय टीम में सिर्फ एक और बल्लेबाज बनकर रह गए हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिले टेस्ट सीरीज में हार के बाद विराट कोहली ने अपनी टेस्ट कप्तानी को छोड़ दिया था। उनके इस फैसले से पूरा क्रिकेट जगत हैरान रह गया था। उनके कप्तानी छोड़ने के बाद कई क्रिकेट पंडित अब रोहित को टेस्ट कप्तानी सौंपने की बात कर रहे हैं।

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हालांकि उनके इस निर्णय को सुनने के बाद कई लोगों का यह भी मानना ​​है कि कोहली के लिए किसी की कप्तानी में खेलना मुश्किल होगा। लेकिन, दाएं हाथ का बल्लेबाज अपने फैसले को लेकर बिल्कुल स्पष्ट है। अपने प्रमुख फैसले के बारे में बोलते हुए, कोहली ने कहा कि वह टीम को अपना अधिकतम योगदान देने के लिए अभी भी दृढ़ हैं।

आगे बढ़ना भी लीडरशिप का एक हिस्सा: कोहली

कमलेश गोयल के साथ बातचीत के दौरान कोहली ने कहा कि, “मुझे लगता है कि सबसे पहले आपको इस बात की समझ होनी चाहिए कि आप क्या हासिल करना चाहते हैं और क्या आप उसे हासिल कर पाए हैं या नहीं? हर चीज की एक समय सीमा होती है और आपको उसके बारे में मालूम रहना चाहिए। एक बल्लेबाज के रूप में आप टीम को ज्यादा दे सकते हैं, इसलिए उसमें गर्व महसूस करें।”

पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी का उदाहरण देते हुए, कोहली ने यह भी कहा कि एक नेता को वास्तव में कप्तानी टैग की आवश्यकता नहीं होती है। उन्होंने आगे कहा, “महेंद्र सिंह धोनी भी भारत की कप्तानी छोड़ने के वक्त टीम का हिस्सा थे। कप्तानी से हटने के बाद भी वो टीम के लीडर थे। धोनी ऐसे शख्स थे जिनसे हमने काफी सुझाव लिए।”

विराट ने 68 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की जिसमें टीम इंडिया को 40 में जीत मिली जो किसी भी भारतीय कप्तान की तुलना में अधिक है। कोहली अगली बार वेस्टइंडीज के खिलाफ सफेद गेंद की सीरीज में रोहित की कप्तानी में खेलते हुए दिखाई देंगे, जो 6 फरवरी से शुरू हो रही है। तीन एकदिवसीय मैचों के बाद तीन मैचों की टी-20 सीरीज खेली जाएगी।

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