इंग्लैंड और भारत के बीच खेली जा रही 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के साथ आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2021-23 के संस्करण की भी शुरुआत हो चुकी है। दोनों ही टीमों के बीच ट्रेंट ब्रिज के मैदान में खेला गया पहला मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ। जिसमें भारतीय टीम के पास जीत हासिल करने का शानदार मौका था, लेकिन खेल के आखिरी दिन बारिश के चलते एक भी गेंद ना फेंके जाने की वजह से मैच को ड्रॉ पर खत्म करने का फैसला लिया गया।
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पहले टेस्ट मैच के 5वें दिन के खेल में भारतीय टीम के पास पूरे 12 अंक अंक बटोरने का शानदार मौका था, लेकिन बारिश के कारण ऐसा नहीं हो सका। इस बार आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण में अंकों के बटवारे को लेकर भी कुछ बदलाव किया गया है, जिसमें अब हर जीत पर टीमों को 12 अंक मिलेंगे, जिसके तहत अब 2 टेस्ट मैचों की सीरीज में कुल 24 अंक दांव पर रहेंगे। वहीं ड्रॉ की स्थिति में दोनों टीमों को 4-4 अंक दिए जायेंगे।
मैच रेफरी ने दोनों टीमों के मैच फीस में 40 फीसदी की कटौती भी की है। पहले टेस्ट मैच में धीमी ओवर गति का सबसे बड़ा कारण दोनों टीमों के पास तेज गेंदबाज अधिक शामिल होना था, जिस कारण ओवर गति काफी धीमी देखने को मिली थी। हालांकि अंकों की कटौती के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने निराशा जरूर व्यक्त की।
हमें काफी सतर्क रहने की जरूरत
सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच के शुरू होने से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अंकों की कटौती किए जाने पर निराशा को व्यक्त करते हुए कहा कि हम सिर्फ 2 ओवर ही पीछे लेकिन ऐसा ही होता है। हमें काफी सतर्क रहने की जरूरत है। इस तरह से यदि हम अंक गंवायेंगे तो यह हम पर भारी पड़ सकता है। इस चैंपियनशिप का हिस्सा सभी टीम अपनी नजरें ओवर गति पर जरूर रखेंगी ताकि उन्हें अंक ना गंवाने पड़े।
भारत के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पहले संस्करण के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में धीमी ओवर गति के चलते अपने 4 अंक गंवा दिए थे। जिसके कारण वह फाइनल में पहुंचने से काफी करीब से चूक गए थे।